बेगमाबाद बुदाना, तहसील मोदी नगर भूमि घोटाला ।





भू माफियाओं ने सरकारी भूमि पर अवैध रूप से कब्जा कर उपजिलाधिकारी के निर्दोशों की उड़ाई धज्जियां ।

मोदी नगर (हि वार्ता) भू- माफिया न तो सरकार की और न ही शासन- प्रशासन के नियम कानून व शासनादेशों को मानते हैं । यह सब भ्रष्ट अधिकारियों के चलते भू- माफियाओं के होंसले बुलन्द है ।

हम आपके संज्ञान में लाना चाहते हैं कि उपजिलाधिकारी कार्यालय पत्र संख्या 160/ एस टी/ एस डी एम/ 16 मोदी नगर दिनांक 27 फरवरी 2016 को पत्र के माध्यम से तत्कालीन उपजिलाधिकारी अतुल कुमार द्वारा अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद मोदी नगर को अवगत कराया गया था कि ग्राम बेगमाबाद बुदाना तहसील मोदी नगर में खसरा संख्या 1261/ मि क्षेत्रफल 1,568 है0 नगर पालिका परिषद मोदी नगर की सम्पत्ति है । उक्त सम्पत्ति को पालिका परिषद के कर्मचारियों के साथ चिन्हित किया गया काश्तकारों ने अपने खसरा संख्या 1255, 1254, 1258, 1260, 1261, 1257 व 1259 में 

अपने नम्बर विक्रय कर कालोनी बना रहे हैं ,जिसमें काफी मिट्टी डाली गयी है । वर्तमान में नगर पालिका परिषद मोदी नगर के गाटा संख्या 1261 में रास्ता बनाने के फिराक में है ।उपभोक्तानुसार स्पष्ट हो रहा है कि नगर पालिका परिषद की भूमि खसरा संख्या 1261 से लगी भूमि के काश्तकारो द्वारा कालोनी काट कर भूमि का विक्रय किया जा रहा है । तथा खसरा संख्या 1261 में उपरोक्त काश्तकार रास्ता बनाने के फिराक में है । चूँकि उक्त भूमि आपके क्षेत्रांतर्गत है तथा पालिका की सम्पत्ति है । उपजिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि आप तत्काल सुनिश्चित कर ले कि पालिका की भूमि पर अनाधिकृत रूप से रास्ते का निर्माण किसी भी अवस्था में न हो व पालिका परिषद की भूमि से लगे हुए नाले पर पुलिया के निर्माण की अनुमति न प्रदत्त की जाये । इस पत्र की प्रति लिपि अपर जिलाधिकारी (प्र0) /वरिष्ठ प्रभारी(स्था0 नि0) गाजियाबाद, तहसीलदार मोदी नगर व सहायक अभियंता सिंचाई मोदी नगर को भेजी गई । लेकिन इसप पत्र का नगर पालिका के अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा है ।

आप माने या न माने भ्रष्ट अधिकारियों के ये पत्र व्यवहार सिर्फ सुविधा शुल्क लेने के लिए होते हैं, भ्रष्ट अधिकारियों सुविधा शुल्क प्राप्त करने के उपरांत पत्र फाइल में धूल फाँक रहे होते हैं ।

काश्तकारों व भू-माफियाओं ने मिल कर उपजिलाधिकारी के पत्र की धज्जियां उड़ाते हुए नाले पर पुलिया का निर्माण व रास्ता का निर्माण कर लिया । यह भी संज्ञान में आया है कि काश्तकारों व भू-माफियाओं ने मिल कर भूमि का विक्रय अपनी भूमि का कर दिया तथा क्रेता कब्जा सरकारी भूमि पर करा दिया । अब भी काश्तकार व भू-माफियाओं ने भारी मात्रा में मिट्टी भराव भी किया गया है जिसकी रायल्टी खनन विभाग में जमा नहीं की गई तथा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराये बिना प्लाटिंग कर दी गई है और प्लाटिंग कर रहे हैं । गाजियाबाद विकास प्राधिकरण प्रवर्तन जोन- 2 के भ्रष्ट अधिकारियों ने अपनी सुविधा शुल्क के चलते भू- माफिया व काश्तकारों के विरुद्ध कोई ठोस वैधानिक कार्रवाई नहीं की गई जिससे गाजियाबाद विकास प्राधिकरण को लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है और नुकसान उठाना पड़ रहा है ।

सुरेश शर्मा, संपादक, चमकता युग, मोदी नगर गाजियाबाद ।