महापौर ने की ई-भंडारा मोबाइल सेवा की शुरुआत

 


प्रेम शर्मा,लखनऊ।

जेठ का माह प्रारम्भ हो गया है जिसमे लखनऊ में मंगलवार को हनूमान जी पूजा अर्चना के साथ भण्डारे की परंपरा है। इन मंगलो को बड़ा मंगल कहते है। इस बार 4 बड़े मंगल है जो क्रमशः 1, 8, 15 तथा 22 जून को है। लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के चलते बड़े मंगल पर आयोजित होने वाले भंडारों पर आयोजको के संशय को दूर करते हुए महापौर संयुक्ता भाटिया ने ई-भंडारे की व्यवस्था प्रदान की।मंगलमान समिति और नगर निगम मिलकर लखनऊ की परंपरा को जीवित रखते हुए भंडारे आयोजको के प्रसाद को जरूरतमन्दों एवं सेवा बस्तियो तक पहुँचाने की व्यवस्था करेगा। 

कोरोना महामारी और लगे लॉकडाउन के कारण उत्पन्न हुई विशेष परिस्थितियों के चलते 2021 के ज्येष्ठ के मंगलो का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। आज की आवश्यकता हर मंगल को बड़ा मंगल और हर दिन को मंगल करने की है। महामारी के कारण एव सोशल डिस्टैन्सिंग के दिशा-निर्देशों के परिपेक्ष्य में परंपरागत स्वरुप में भंडारों का आयोजन अत्यंत ही कठिन है।ऐसे में आस्था के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए लखनऊ की पुरानी परंपरा को जीवित रखने के लिए महापौर संयुक्ता भाटिया ने ई-भंडारा मोबाइल सेवा का प्रारम्भ किया गया। महापौर ने आगे बताया कि यह सेवा सचल रूप में अर्थात मोबाईल सेवा के रूप में है, जिसमे आयोजक के प्रतिष्ठान से कच्चे प्रसाद को लेकर कम्युनिटी किचन तक भी पहुचाया जाएगा और, इस सेवा के अंतर्गत विशेष रूप से तैयार किये गए मंगल प्रसाद वाहन स्थान स्थान पर जाकर सरकारी दिशा निर्देशों के अनुरूप प्रसाद का वितरण करेगे। प्रसाद में प्रसाद के साथ आयुर्वेदिक काढ़ा, मास्क, सेनेटाइजर, हैंडवॉश, पौधे आदि का वितरण भी किया जायेगा। इसका पूरा विवरण मंगलमान की वेबसाइट पर उपलब्ध है।नगर आयुक्त श्री अजय द्विवेदी ने बताया कि कोरोना माहमारी एवं लॉकडाउन के चलते लखनऊ की पुरानी परंपरा के निर्वहन के लिए नगर निगम विशेष रूप से वाहन चलाएगा। इसके लिए अपर नगर आयुक्त श्री राकेश यादव जी नोडल अधिकारी के रूप में रहेंगे और समस्त जोनों में जोनल अधिकारी और नगर अभियंता मंगलमान अभियान की विशेष चिंता करेंगे। आगे को भी आवश्यकता होगी उसको पूरा किया जाएगा।