विशेष अभियान में फागिंग,सैनिटाईजिंग वाहनों को महापौर ने दिखाई हरी झंडी

 


प्रेम शर्मा,लखनऊ। 

माह जुलाई 2021 में प्रस्तावित विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान तथा संचारी रोगों एवं दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्राण हेतु नगर निगम लखनऊ पूरी तरह से सजग है। इसी क्रम में उपरोक्त अभियान प्रारम्भ होने से 8 दिन पूर्व ही महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया  द्वारा हुसैनाबाद घंटाघर से नगर निगम कर्मचारियों फागिंग वाहनों, सैनिटाईजिंग वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए विशेष सफाई अभियान का शुभारम्भ किया।  महापौर  के साथ नगर आयुक्त  अजय कुमार द्विवेदी, अपर नगर आयुक्त श्रीमती अर्चना द्विवेदी भी उपस्थित थीं। यह विशेष सफाई अभियान 22 जून, 2021 से 30 जून, 2021 तक सभी वार्डों में एक साथ संचालित किया जायेगा।

 महापौर  ने अपने उद्बोधन में शहर की सफाई व्यवस्था दुरूस्त रखने के लिए सभी अधिकारियोंध्कर्मचारियों को अपने कार्यों के प्रति सजग रहने के निर्देश देते हुए बताया कि शहर में नियमित रूप से सफाई, फागिंग एवं सैनिटाईजेशन का कार्य इस प्रकार कराया जाये, कि शहर का कोई भी हिस्सा अछूता न रहे। शहर में सभी स्थानों पर नियमित रूप से फागिंग एवं सैनिटाईजेशन से संतृप्त कराया जाये, जिससे मच्छर जनित स्थितियां न उत्पन्न होने पायें। सड़कों के किनारे उगी वनस्पतियों को नियमित रूप से हटाया जाये। होर्डिंग, पम्पलेट एवं माईकिंग के जरिए आम जनमानस को संचारी रोगों के प्रति जागृत किया जाये जिससे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया एवं दिमागी बुखार (जेइएईएस) पर बुखार फैलाने वाले मच्छरों को पनपने का मौका न मिल सके। विशेष संचारी रोग नियंत्राण अभियान को सफलतापूर्वक संचालित करने के क्रम में आज ही नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में नगर निगम के अधिकारियोंध्कर्मचारियों एवं समस्त सफाई एवं खाद्य निरीक्षकों हेतु एक संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में संयुक्त निदेशक विकास सिंघल ने पीपीटी के माध्यम से अवगत कराया कि हमें वेक्टर जनित रोगों से बचने के लिए अपने घर के अन्दर किसी भी स्थान पर पानी एकत्रित नहीं होने देना है, क्योंकि डेंगू का मच्छर साफ पानी में ही अण्डे देता है। हमें प्रति सप्ताह कूलर का पानी, गमलों के नीचे लगी हुयी टेª, मनीप्लांट की बोतल का पानी, फ्रिज के नीचे लगी ट्रे का पानी बदल देना चाहिए, क्यांेकि मच्छर पानी में ही अण्डे देता है और मच्छर अपने जीवन के प्रथम 10 दिन पानी में ही रहता है। यदि हम प्रति सप्ताह पानी बदलते रहेंगे तो मच्छरों को पनपने का मौका ही नहीं मिलेगा। कार्यशाला में अपर नगर आयुक्त श्रीमती अर्चना द्विवेदी, राकेश यादव, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. के.पी. त्रिपाठी, जिला मलेरिया अधिकारी डी.एन. शुक्ला, यूनीसेफ से धर्मेन्द्र त्रिपाठी एवं गोदरेज इण्डिया से धर्मेन्द्र कुमार उपस्थित थे।