लोकतंत्र सेनानी संघ की राष्ट्रीय कार्यसमिति की वर्चुअल मीटिंग सम्पन्न ।



हिन्दुस्तान वार्ता।

 मीट में प्रमुख रूप से 25 और 26 जून जिस दिन देश में लोकतंत्र समाप्त करके आपातकाल लगाया गया था दोनों दिन  देश भर में काला दिवस कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया । निश्चित हुआ कि राष्ट्रीय स्तर पर कार्यक्रम वर्चुअल होगा, प्रांतीय स्तर पर प्रांतीय संगठन परिस्थिति अनुसार कार्यक्रम  तय करेंगे । 

 बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा में लगभग 150 लोगों की हत्याएं हुई  बलात्कार हुए, राष्ट्रीय विचार के लोगों को कुचला गया । लगभग 20000 मकान जलाए गए । इसकी कटु शब्दों में निंदा की गई । जघन्य कृत्य की इस पर माननीय उच्च एवं उच्चतम न्यायालय को संज्ञान लेना था यहां लोकतंत्र की हत्या हुई अभिव्यक्ति की आजादी को कुचला गया विरोधी दलों के मौन को भी रेखांकित किया गया । जिसका इतिहास लोगों के दिल दिमाग में लिखा जाएगा । कार्यकारिणी ने तय किया कि इस हिंसा के खिलाफ लोक चेतना को जागाने के लिए कार्यक्रम चलाया जाए| इस बात की भी निंदा की गई की गई कि जहां भी कांग्रेस की सरकारे आई वहां से लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान बंद किया गया । इसे बहाल करने की अपेक्षा की गई । सभी प्रांत के दिवंगत लोकतंत्र सेनानियों को एवं समाज के अन्य बंधुओं को मोन श्रद्धांजलि अर्पित की गई 

 इस अवसर पर राष्ट्रीय संरक्षक  पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया, राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद द्वय कैलाश सोनी, राष्ट्रीय महामंत्री राजेंद्र गहलोत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवराज बौरा राजस्थान आदि उपस्थिति रहे ।राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष संतोष शर्मा मध्यप्रदेश ने बैठक का संचालन किया । राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने , राष्ट्रीय सचिव कोमल छेड़ा मुंबई, मदन बाथम मध्यप्रदेश, विश्वनाथ जी बंगाल से, दिलीप बनर्जी जयप्रकाश राठौर गुजरात से,चांदोरकर एवं अध्यक्ष महाराष्ट्र से,हनुमान शर्मा, गणपत लाल जी, श्री बम  राजस्थान से, गोविंद जी हरियाणा से, निडर जी  पंजाब से, तपन भौमिक मध्यप्रदेश से, वीरेंद्र जी  बिहार, उपस्थित थे आंध्रा से एवं अन्य प्रांतों से प्रतिनिधि गण उपस्थित थे

दिल्ली से सर्वश्री राजन ढींगरा, राजकुमार सपरा, सतीश शर्मा, जीतराम सोलंकी, जगदीश राजपाल, जितेंदर सरीन  एवं धर्मवीर शर्मा ने भाग लिया |श्री राजन ढींगरा (प्रदेश अध्यक्ष )ने दिल्ली अपने विचार रखे । वीरेंद्र वार्ष्णेय राष्ट्रीय सदस्य ।