12 जुलाई से शुरू होने वाले दस्तक अभियान में टीबी मरीजों की होगी खोज।






=संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत एक बार फिर से घर-घर जाएंगी आशा कार्यकत्रियां।


=टीबी मरीजों  को चिन्हित कर फोकस करने की तैयारी की

आगरा, 6 जुलाई 2021

12 जुलाई से शुरू होने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत दस्तक में बीमारों की तलाश की जाएगी। आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर दस्तक देगी और लोगों से हाल-चाल पूछेगी। इस बार खास बात यह होगी कि अभियान के तहत  टीबी मरीजों की खोज की जाएगी। 

आगरा जिले में 12 जुलाई से आशा कार्यकत्रियां एक बार फिर से मोर्चा संभालने के लिए तैयार हैं। दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर कुंडी खटकाई जाएगी। उसके बाद बीमारों के बारे में जानकारी ली जाएगी। इस बीच टीबी से ग्रसित मरीजों की लोकेशन निक्षय पोर्टल पर दर्ज कर जियो टैगिंग करने के लिए कर्मचारियों को लगाया गया है।

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जिला क्षय रोग अधिकारी डा.यूबी सिंह ने बताया कि दस्तक अभियान में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर परिवार के लोगों से यह भी पूछेंगी कि क्या आपके यहां किसी परिजन को खांसी व बलगम तो नहीं आ रहा है ? ऐसी स्थिति में उस व्यक्ति का सैंपल लिया जाएगा। बाद में उस सैंपल को टीबी रोग विभाग को दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनपद में टीवी रोगियों की जियो टैगिंग की जा रही है, जियो टैगिंग से पता चलेगा कि किस इलाके में टीबी मरीजों के सक्रिय केस ज्यादा है। यह तस्वीर स्पष्ट होने के बाद उस क्षेत्र पर विशेष फोकस किया जाएगा। 

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जानें टीबी के लक्षण:


- खांसी आना


- पसीना आना


- बुखार रहना


- थकावट होना


- वजन घटना


- सांस लेने में परेशानी

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जियो टैगिंग में लगेंगे 41 कर्मचारी।

-डीटीओ ने बताया कि टीबी मरीजों की जियो टैगिंग के लिए 41 कर्मचारी लगाए गए हैं। इनमें 18 सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर (एसटीएस) व 18 टीबी स्वासथ्य परिदर्शक (टीबीएचवी) और पांच एसटीएलएस शामिल हैं।