कोरोनाकाल में 15 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम प्रारम्भ ।


हिन्दुस्तान वार्ता।

कोरोना के इस विपरीत परिस्तिथियो में शिक्षण पद्धति में भारी बदलाव आया है । कोरोना ने पारम्परिक शिक्षण प्रणाली को बुरी तरह से प्रभावित किया है किन्तु एक विद्यार्थी के लिए गुणवत्ता युक्त शिक्षा उसका अधिकार है और यह तभी सम्भव है जब शिक्षको के अध्ययन शैली , ज्ञान और कौशल का विकास किया जा सके ।

 इस सन्दर्भ में 

कोरोना काल की चुनौती के तहत ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षको के लिए 14 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है जो 6 जुलाई से प्रारम्भ होकर 19 जुलाई तक चलेगा । 

यह क्रार्यक्रम आर पी एस डिग्री कॉलेज ,महेन्द्रगढ़ ,हरयाणा भूगोल संभाग और दिल्ली विश्वविद्यालय के स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हो रहा है । इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षको के प्रशासनिक , शैक्षणिक और अध्ययन गुणवत्ता को बढ़ाना और वर्तमान में शिक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करना है ।

श्रद्धानन्द कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रोफेसर गर्ग ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षको को ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर - QGIS के विषय मे जागरूक करना है क्योकि इस विषय के अध्यापकों की बहुत कमी है अतः  शिक्षकों  को QGIS के विषय मे ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि ये शिक्षक आगे नए शिक्षको और विद्यार्थियो को तैयार कर सके।  ऐसे कार्यक्रमो की उपयोगिता आज के समय मे आवश्यक है और जो शिक्षको जो समर्पण को दर्शाता है ।