एमिटी विश्वविद्यालय में छात्रों को भारतीय सेना मे कैरियर बनाने के अवसरों की दी जानकारी।



हि.वार्ता।नोयडा

छात्रोें को भारतीय सेना में कैरियर बनाने के लिए उपलब्ध अवसरों की जानकारी प्रदान करने के लिए एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी इंस्टीटयूट आफ डिफेंस एंड स्ट्रेटजिक स्टडीज़ और एमिटी एसएसबी एकेडमी द्वारा भारतीय सेना में कैरियर के अवसरों विषय पर महत्वपूर्ण आॅनलाइन संवादात्मक सत्र का आयोजन किया गया। इस संवादात्मक सत्र में भारतीय सेना की अधिकारी मेजर अनिता कुमारी ने छात्रों को विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ़ डिफेंस एंड स्ट्रेटजिक स्टडीज के महानिदेशक लेंफ्ट जनरल (डा) एस के गिडिआॅक ने मेजर अनिता कुमारी का स्वागत किया। एमिटी द्वारा आयोजित इस आॅनलाइन संवादात्मक सत्र कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया।

संवादात्मक सत्र में भारतीय सेना की अधिकारी मेजर अनिता कुमारी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय सेना का मुख्स उददेश्य राष्ट्र के हितों की रक्षा करना है। विकास करते भारत की वर्तमान में तीन मुख्य शक्ति है प्रथम विकसित होती अर्थव्यवस्था, बढ़ती हुई सैन्य शक्ति और तकनीकी कुशाग्र मानव संसाधन। उन्होनें कहा कि देश कई बाहरी और आंतरिक चुनौतियों से जुझ रहा है जिसमें बाहरी चुनौतीयां चीन, पाकिस्तान आदि देश और अंातरिक चुनौतियों में जम्मू कश्मीर, उत्तरी भारत, चरम वामपंथी, जातीय सांप्रदायिक संघर्ष, मादक द्रव्यों की तस्करी, साइबर सुरक्षा आदि है जिसका भारतीय सेना सामना कर रही है और समस्या का निवारण भी कर रही है। मेजर अनिता कुमारी ने कहा कि एक व्यक्ति को प्रशिक्षण प्रदान करके सेना का अधिकारी बनाया जाता है जो किसी भी दिये गये कार्य को पूर्ण करने में सक्षम होता है, नेतृत्व करता है और प्रोत्साहित भी करता है। सेना और कोरपोरेट की तुलना करते हुए कहा कि सेना का नेतृत्व, नेतृत्वकर्ता करता है जबकी कोरपोरेट का संचालन मैनेजर करते है। उन्होनें सेना मे ंहम सर्वप्रथम और हर बार देश की सुरक्षा, सम्मान और समृद्धि को प्राथमिकता देते है। उन्होनें सेना में तीन प्रमुख भाग होते है प्रथम लड़ने वाली शाखा जिसमें बख्तरबंद वाहिनी, यंत्रीकृत पैदल सेना और पैदल सेना होती है द्वितीय सहायक हथियार जिसमें तोपखाना, इंजिनियर, आदि और तृतीय सेवा जिसमें आर्मी सर्विस काॅप्र्स, आर्मी मेडिकल काॅप्र्स और आर्मी आॅरडिनेंस काॅप्र्स आदि शामिल होते है। उन्होनें सैन्य सेवाओं में मिलने वाली सुविधाओं, नौकरी संतुष्टि, नौकरी सुरक्षा, जीवन की गुणवत्ता, सुविधाओं आदि के महत्व की जानकारी प्रदान की।

मेजर अनिता कुमारी ने छात्रों को जानकारी देते हुए कहा कि सेना में अधिकारी प्रवेश के लिए चार मुख्य भाग है यूपीएससी, नाॅन यूपीएससी, सर्विस एंट्री अैार अन्य है। एनडीए प्रवेश परिक्षा का आयोजन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में प्रवेश के लिए यूपीएससी द्वारा किया जाता है इसके अतिरिक्त उन्होनें स्नातक के उपरांत और मेडिकल प्रवेश के बारे में विस्तार से बताया। उन्होनें कहा कि तकनीकी स्नातकों या स्नातकोत्तर - आईएमए (केवल पुरूषों हेतु) और ओटीए ( पुरूषों और महिलाओं हेतु) के संर्दभ मंे बताते हुए कहा कि इसमें आर्मी हेडक्वार्टर आधारित नोटिफिकेशन पर आवेदन कर सकते है। एसएसबी और मेडिकल पास के करने पर मेरिट के आधार आईएमए हेतु 01 साल का प्रशिक्षण और ओटीए हेतु 49 सप्ताह का प्रशिक्षण होता है। उन्होनें एसएसबी के शेडयुल के अंर्तगत विभिन्न चरणों जिसमें प्रथम दिन, द्वितीय दिन पीएसवाइ टेस्ट, तृतीय दिन जीटीओ - 1  और साक्षात्कार - 1, चतुर्थ दिन जीटीओ - 2  और साक्षात्कार - 2, पंचम दिन पर समापन के बारे में भी जानकारी प्रदान की। यूपीएससी चयन और नाॅन यूपीएससी चयन की विभिन्न चरणों को बताते हुए सैन्य सेवा के विभिन्न प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी भी प्रदान की।

एमिटी इंस्टीटयूट आॅफ डिफेंस एंड स्ट्रेटजिक स्टडीज के महानिदेशक लेंफ्ट जनरल (डा) एस के गिडिआॅक ने स्वागत करते हुए कहा कि एमिटी विश्वविद्यालय छात्रों को उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित करता है। वर्तमान में सैन्य सेवाओं में कैरियर बनाना एक बेहतरीन विकल्प है और विभिन्न संकायों के छात्र सैन्य सेवाओं में कैरियर बनाने के लिए अग्रसर है। छात्रों को भारतीय सेना में कैरियर और प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी प्रदान करने के लिए इस संवादात्मक सत्र का आयोजन किया गया है।

प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान छात्रों ने साइकोलाॅजी, ऐयरोनाॅटिकल ंइजिनियर, पत्रकारिता के छात्रों हेतु सेना में कैरियर बनाने से संबधित जैसे कई प्रश्न भी किये जिनके जवाब प्राप्त हुए। इस अवसर पर एमिटी एसएसबी एकेडमी के निदेशक ब्रिगेडियर अर्जन दत्ता और एमिटी इंस्टीटयूट आॅफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग के प्रोग्राम निदेशक ब्रिगेडियर बी बी वर्मा भी उपस्थित थे।