एमिटी विश्वविद्यालय में क्लिक केमेस्ट्री पर अंर्तराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन।



 नोयडा।हि.वार्ता

छात्रो, शोधार्थियों को आधुनिक विज्ञान के महत्वपूर्ण विषय क्लिक केमेस्ट्री के संर्दभ में जानकारी प्रदान करनें के लिए एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ क्लिक केमेस्ट्री रिसर्च एंड स्टडीज द्वारा ‘‘ क्लिक केमेस्ट्री - ऑरगेनिक सिंथेसिस, मटेरियल सांइस, बायोमेडिसिन एंड बियांड हेतु मजबूत उपकरण’’ विषय पर दो दिवसीय ऑनलाइन अंर्तराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अंर्तराष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला, एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती, एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ मॉलेक्यूलर मेडिसिन एंड स्टेम सेल रिसर्च के चेयरमैन डा बी सी दास और एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ क्लिक केमेस्ट्री रिसर्च एंड स्टडीज की निदेशक प्रो मोनालिसा मुखर्जी द्वारा किया गया। इस अवसर पर नीदरलैंड के वैगनिंगन यूनिवर्सिटी के ऑरगेनिक केमेस्ट्री के चेयर, प्रो हान जुइलहोफ और आईआईटी गुवाहाटी के रयासन विज्ञान विभाग के प्रो टी पुनियामूर्ति ने व्याख्यान भी दिया।

अंर्तराष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारंभ करते हुए एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा (श्रीमती) बलविंदर शुक्ला ने कहा कि एमिटी सदैव छात्रों को आधुनिक विज्ञान की जानकारी और विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। किसी भी देश का विकास बिना शोध और नवोन्मेष के संभव नही है इसलिए हम सदैव समाज की समस्याओं को निवारण करने और देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में योगदान के लिए छात्रों को अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित करते है। उन्होनें कहा कि आधुनिक विज्ञान के महत्वपूर्ण विषय क्लिक केमेस्टी पर आयोजित इस संगोष्ठी में देश विदेश के विशेषज्ञ अपने विचारों को प्रस्तुत करेगें और छात्र इससे अवश्य लांभावित होगें।

एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में क्लिक केमेस्ट्री विभिन्न शोध क्षेत्र जिसमें औषधि अुनसंधान, बायोमेडिकल, मटेरियल संाइस आदि के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है जिसका उपयोग किया जा रहा है। क्लिक केमेस्ट्री पर आधारित देश का प्रथम संस्थान, एमिटी विश्वविद्यालय में स्थापित किया गया है। आज भारत ज्ञान की महाशक्ती बन का उभर रहा है और एमिटी उसमें पूर्ण सहयोग कर रहा है। उन्होनें एमिटी संस्थान द्वारा किये जा रहे शोध कार्यो को बताया।


एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ मॉलेक्यूलर मेडिसिन एंड स्टेम सेल रिसर्च के चेयरमैन डा बी सी दास ने कहा की क्लिक केमेंस्ट्री और अन्य क्षेत्रों मे शोध करने वाले छात्रों के लिए यह संगोष्ठी एक बेहतरीन अवसर है। किसी भी औषधि का निर्माण एक लंबी प्रक्रिया है जिसे कम करने में क्लिक केमेंस्ट्री सहायक सिदध हो रहा है। यह हरित केमेस्ट्री के काफी करीब है जो समाज और मानवता के भले हेतु कार्य कर रहा है।

तकनीकी सत्र के अंर्तगत प्रथम दिन नीदरलैंड के वैगनिंगन यूनिवर्सिटी के ऑरगेनिक केमेस्ट्री के चेयर, प्रो हान जुइलहोफ ने ‘‘ चाइरल एडं मल्टीडामेशनल सफेक्श क्लिक केमेस्ट्री’’ पर और आईआईटी गुवाहाटी के रसायन विज्ञान विभाग के प्रो टी पुनियामूर्ति ने ‘‘ रेजियोसेलेक्टीव सी एच बांड फंक्शनलाइजेशन - ए रोड मैप टू हेट्रोसाइकल सिंथेसिस’’ पर व्याख्यान दिया।

इस अवसर पर एमिटी फांउडेशन फॉर सांइस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन एलांयसेस के महानिदेशक डा राजीव शर्मा, एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ क्लिक केमेस्ट्री रिसर्च एंड स्टडीज के डा कायंबू नमीथरन ने अपने विचार रखें। कार्यक्रम में देश विदेश से कई वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।