श्रीमद् भागवत कथा में भक्ति, ज्ञान , वैराग्य का संदेश।




हिन्दुस्तान वार्ता।आदर्श नन्दन गुप्त

आगराः श्रीमद् भागवताचार्य एक ब्रह्म पं.राकेश शर्मा ने कहा है कि श्रीमद् भागवत पुराण साक्षात् भगवान श्रीकृष्ण का स्वरूप है। इसमें भक्ति, ज्ञान और वैराग्य का संदेश दिया जाता है। इन्हीं संदेशों को अपनाने से जीवन का उद्धार होता है। इसलिए हर व्यक्ति को इसे अपने जीवन में अपनाना चाहिए।

पं.राकेश शर्मा, बल्केश्वर में पार्वती घाट के समीप बने सकारात्मक भवन में श्रीमद् भागवत कथा सुना रहे थे। कथा का बुधवार को पहला दिन था। मुख्य जयमान अतुल गुप्ता ने श्रीमद् भागवत पुराण व व्यास पीठ का पूजन किया। मुख्य अतिथि हरिबोल सेवा समिति के अध्यक्ष भोलानाथ अग्रवाल व संस्थापक ममता सिंघल  ने पूजन करके आरती उतारी। भागवत सुप्ताह का महत्व श्रवण कराते हुए आचार्य ने कहा कि जीवन में सात तरह की गांठें होती हैं, यदि वे खुल जाएं तो जीवन का कल्याण होगा। समाज को संदेश देते उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को सामाजिक विसंगतियों से दूर रहना चाहिए, यही सच्ची समाज सेवा है।  

उन्होंने कहा कि बालक की प्रथम गुरु मां होती है अगर धुंधली ने धुधंकारी को सतमार्ग ज्ञान दिया होता तो वह धर्म विरुद्ध कार्यों में विलुप्त होकर प्रेतत्व योनि को प्राप्त नहीं होता। आज हमारी मातृत्व शक्ति भारतीय सनातन संस्कृति से बिमुख पाश्चात्य संस्कृति में डूब रही है फलत: हमारे बच्चें भारतीय सनातन संस्कृति से बिमुख होते जा रहे हैं।

उन्होंने कुंती, द्रोपदी, भीष्म के चरित्र पर भी प्रकाश डाला।।

आरती उतारने वालों में पार्षद अमित ग्वाला, नरेंद्र तनेजा, आदर्श नंदन गुप्ता, चंद्रेश गर्ग, वीके अग्रवाल, ममता सिंघल, रिंकू गर्ग, चंद्रभान कहरवार, रमन अग्रवाल, रवि  चावला, सुरेश कंसल,  विनीत अरोरा, नागेंद्र अगवाल, सोनू मित्तल, अतुल गर्ग, कृष्ण कुमार गुड्डू, विकास अग्रवाल, सुधीर अग्रवाल, निशा सिंघल, नीरू शर्मा, कुमकुम उपाध्याय आदि थे।

सकारात्मक फाउंडेशन के अध्यक्ष चंद्रेश गर्ग के अनुसार गुरुवार को श्रीमद् भागवत कथा का द्वितीय दिन है। इस दिन दोपहर 1.30 बजे से शाम पांच बजे तक कथा होगी। कथा में कपिल उपाख्यान, ध्रुव चरित्र की कथा श्रवण कराई जाएगी।