महिलाएं वेदना सहन करते हुए भी सशक्त" भाजपा के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत हो रहे व्याख्यान।



- नौ दिन तक सुनें शख्सियतों का सीधा प्रसारण।

आगराः  महिलाएं कभी प्रसव के कष्ट सहती हैं तो कभी अन्य प्रकार के, उसके बावजूद भी वे अशक्त न हो कर सशक्त होती हैं। वे मां, पत्नी, बहन के रूप में परिवार को भी मजबूत बनाती हैं। इसलिए नवरात्रि में कन्या पूजन करने का विधान है।

यह विचार वक्ताओं द्वारा भाजपा के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत वैचारिक जागण मिशन ट्रस्ट के फेसबुक पेज पर लाइव व्याख्यान में व्यक्त किए गए। जिसका विषय है-महिलाएं कैसे हो सशक्ति स्वरूपा। नवरात्रि पर इस नौ दिवसीय श्रंखला की शुरुआत राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित ने महिलाओं के अधिकारों के साथ उनके कर्तव्यों की याद दिलाते हुये की। शनिवार को आगरा कालेज के पूर्व प्राचार्य डा.विनोद माहेश्वरी ने कहा कि हर नारी को अपनी शक्ति का अहसास होना चाहिए।

भाजपा के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की संयोजक प्रतिभा जिंदल के अनुसार नौ दिवसीय इस श्रंखला में रविवार को साहित्य मंडल, नाथद्वारा के प्रधानमंत्री श्याम प्रकाश देवपुरा ने प्राचीन से ही महिला सशक्त बताते हुये रानी लक्ष्मीबाई,पद्मावती, पन्ना धाय,जैसी महिलाओं के विषय मे महत्वपूर्ण विचार व्यक्त किए। आज सोमवार को वृंदावन से प्रमुख भागवताचार्य पूज्य  देवी माहेश्वरी श्रीजी ने वृन्दावन से अपने विचार रखे उन्होंने कहा कि महिला तो स्वय ही शक्ति स्वरूपा है जरूरत है तो बस उस शक्ति को पहचान ने की और उसे सामने लाने की। उसके बाद अन्य दिनों में विद्वानों के व्याख्यान होंगे, जिसका समय शाम चार बजे रहेगा।