करुणा करके करूणानिधि रोये ,,श्रीमद भागवत कथा में सुनाया सुदामा चरित्र मित्रता में बाधक नहीं हो पद, प्रतिष्ठा और वैभव।




हिन्दुस्तान वार्ता।आदर्श नन्दन गुप्त

आगरा। बल्केश्वर के सकारात्मक भवन पर हो रही श्री मदभागवत कथा में सोमवार को सुदामा चरित्र भी प्रमुख था। इसमें मित्रता के महत्व को बताया गया।

व्यास पीठ से आचार्य राकेश शर्मा ने सर्व प्रथम भगवान श्रीकृष्ण चरित्र वर्णन किया । कहा कि जो शासक प्रजा और देश के विकास, एकता, अखंडता के लिए कार्य करता है, उसे अवांछित  तत्वों के मिथ्या आरोपों का भी सामना करना पड़ता है। साक्षात प्रभु श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण ऐसे आरोपों से नहीं बच पाते तो साधारण व्यक्ति कैसे बच सकता है। 

श्रीकृष्ण,रुक्मिणी विवाह आदि प्रसंग सुनाने के बाद सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि मित्रता में धन या पद और वर्ग भेद रुकावट नहीं होता है। मित्रता इन सबसे ऊपर होती हैं। जो हमारे दु:ख के समय में बिना किसी संकोच और बिना कुछ बताए हमारा मददगार साबित हो, वही हमारा मित्र और सच्चा हितचिंतक होता है ।

आज के मुख्य अतिथि मेयर नवीन जैन ने मुख्य आरती उतारी।विशिष्ट अतिथि सुनील विकल,  नितेश अग्रवाल, अतिथि पंकज अग्रवाल, भानु शर्मा, पार्षद प्रदीप अग्रवाल, पार्षद  हरिओम गोयल, शैलू गौतम, रवि अग्रवाल थे।

 मुख्य यजमान अतुल गुप्ता ने श्रीमद् भागवत पुराण व व्यास पीठ का पूजन किया। 

आरती उतारने वालों में पार्षद अमित ग्वाला, नरेंद्र तनेजा, भोलानाथ अग्रवाल, चंद्रेश गर्ग, वीके अग्रवाल, ममता सिंघल, रिंकू गर्ग, चंद्रभान कहरवार, रमन अग्रवाल, रवि  चावला, सुरेश कंसल,  विनीत अरोरा, नागेंद्र अगवाल, सोनू मित्तल, अतुल गर्ग, कृष्ण कुमार गुड्डू, विकास अग्रवाल, सुधीर अग्रवाल, निशा सिंघल, नीरू शर्मा, कुमकुम उपाध्याय आदि थे।

सकारात्मक फाउंडेशन के अध्यक्ष चंद्रेश गर्ग के अनुसार कथा का समय दोपहर 1.30 बजे से शाम पांच बजे तक है।