पोस्टमार्टम गृह पर बनाई गई लैब का चौदह वर्ष बाद उपयोग होने की उम्मीद जगी।


हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा

एस.एन.मेडीकल कॉलेज के तत्कालीन प्रधानाचार्य डॉ देवकी नंदन जी के आग्रह वा प्रेरणा से नगर की जनता के सहयोग से श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी द्वारा पोस्टमार्टम गृह के प्रथम तल पर  निर्माण कराये गये दो क्लास रूम तथा एक लैब  का आज दिन तक उपयोग न होने पर कमेटी ने अपनी  व्यथा  प्रधानाचार्य डॉ प्रशान्त गुप्ता जी के समक्ष  रखी। कमेटी के अध्यक्ष अशोक गोयल ने उन्हें बताया कि यह व्यवस्था विशेष रूप से इस उद्देश्य से  कराई गई थी  कि इससे अध्ययनरत डाक्टर्स सुविधापूर्ण तरीके से पढ़ाई कर सकें। लेकिन 14 वर्षों के अन्तराल में इस स्थान  का उपयोग न हो पाना सिर्फ  बजाजा कमेटी के लिये ही बल्कि नगर की जनता की भावनाओं को ठेस पहुंचाने जैसी बात  है।अध्यक्ष अशोक गोयल की व्यथा को  प्रधानाचार्य जी ने  ध्यान से सुना और कमेटी के पदाधिकारियों के साथ फोरेंसिक विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ गौरव शर्मा को तुरंत पोस्टमार्टम गृह भेज अवलोकन कराया। पोस्टमार्टम गृह प्रबन्धक कृष्ण कुमार अग्रवाल भी साथ थे।  बजाजा  पोस्टमार्टम गृह के  एक  हिस्से  में जिला अस्पताल के आधीन  पोस्टमार्टम किए जाते हैं तथा मृत व्यक्तियों के शरीर रखे जाते हैं। श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी के आधीन दूसरे हिस्से में  मृतक के परिजनों की बैठने  व   शहर में किसी की मृत्यु हो जाने पर उसके  मृत शरीर को आवश्यक होने पर एक-दो दिन रखने का  श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी प्रबंध करती है। प्रधानाचार्य ने  कमेटी को आश्वासन दिया कि शीघ्र ही हम छात्रों के हित के लिए इस भवन का प्रयोग करेंगे ।

इसके साथ ही बजाजा कमेटी के अध्यक्ष श्री गोयल जी ने उनका ध्यान अस्पताल के विभिन्न चिकित्सा वार्डों में व्याप्त छोटी-मोटी असुविधाओं की ओर भी  आकर्षित किया। उन्होंने मरीज हित एंव कालेज के चहुंमुखी विकास के लिये  महाराष्ट्र ,गुजरात की  तर्ज पर होसपीटल का  एक एक  मेडिकल विभाग  एक एक उद्योगपति को गोद देने का सुझाव दिया।उन्होंने कहा कि इसके लिये  हम  समाज सेवकों को जोड़कर वेलफेयर फंड की  स्थापना करेंगे ।जिससे  शासन से नहीं मिलने वाली मदद की पूर्ति इस फंड से कर  सकेंगे। इस फंड 

खाते  के उपयोग व संचालन के लिए भी कॉलेज के सीनियर डॉक्टरों व विशिष्ट समाज सेवकों के संयुक्त हस्ताक्षर ही अधिकृत होंगें।