सभी को धनतेरस - दीपावली की हार्दिक बधाई एवं मंगलकामनाये।संकलन:रोहित बंसल

 *धनतेरस - धनवन्तरिजी के आरोग्य - सिद्धांतों और आत्मविश्वासरूपी को अपने चित्त में सिंचन करने का संकेत देता है धवन्तरिदशी का पर्व ।

आपके जीवन में शारीरिक धन की रक्षा करने की भी कला होनी चाहिए। धनतेरस के दिन लक्ष्मी - पूजन करते हैं। इस दिन सुबह उठकर संकल्प करो कि " मैं महालक्ष्मी  का पूजन करूंगा।" व्रत करो और सन्ध्याकाल में लक्ष्मी - पूजन करो। 

*नरक चतुर्दर्शी - इस दिन तेल में लक्ष्मी जी का और जल में गंगा जी का वास कहा गया है, जल में पवित्रता होती है। इस शुभ अवसर पर जो ब्यक्ति प्रातः काल स्नान करता है वह रूपवान होता है, उसकी परेशानियां दूर हो जाती हैं।

🌞 *दीपावली - दिवाली की रात को सरस्वतीजी ओर लक्ष्मीजी का पूजन होता है। धन प्राप्त हो , बहुत धन मिले, उसे मैं " लक्ष्मी " नहीं मानता । महापुरुष उसे ' वित्त ' मानते हैं। 

दीवाली की रात को सरस्वतीजी का पूजन करते हैं, जिससे विद्या मिले । ऐहिक विधा के साथ आपके चित्त में विनय आये, आपके जीवन में ब्रम्हविधा आये । इसलिए सरस्वतीजी की पूजा करनी होती है और आपका वित्त आपको बांधने वाला न हो , आपको विषय- विलास एवं विकारों में न घसीट ले इसलिए लक्ष्मी - पूजन करना होता है।

🍁 *प्रतिपदा - इस दिन से विक्रम संवत शुरू होता है। दीपावली की रात्रि को पिछले संवत में थे , सुबह नये संवत में आये । रात को सोकर सारा वर्ष रूपांतरित कर दिया । वैसे ही मृत्यु भी एक रात्रि है, पूरा जीवन रूपांतरित कर देती है। अपनी मौत को याद करके अमरता की ओर बढ़ने का संकेत इस पर्व में समाया हुआ है।

वर्ष के प्रथम दिन तुम्हारे जीवन की दैनंदिनी के प्रथम पन्ने पर पहले लिखो -  अथातो ब्रम्हाजिज्ञासा  तुझे कुछ जानना है तो उस एक जान जिससे सब जाना जाता है। कुछ पाना है तो उस एक को पा जिससे सब पाया जाता है।तुझे मिलना है तो उस एक से मिल जिससे तू सबसे एक ही साथ मिल पाये। 

👨‍👩‍👧‍👧 *भाईदूज - भाईदूज मतलब भाई की बहन के लिए सदभावना और बहन की भाई के लिए सदभावना क्योकि आपका मन कल्पतरु है। 

⛅ भाई बहन के घर जाता है, बहन के प्यारभरे स्पंदनों , भावों से बना हुआ भोजन करता है, बहन के संकल्प , आशीष लेता है, बहन के प्रति अपनी कृतज्ञता भी ब्यक्त करता है।

  बहन भाई को त्रिलोचन देखना चाहती है और भाई बहन का शील , मान - सम्मान बरकरार रहे यह देखना चाहता है।

दोनों के हृदय में दिब्य भाव प्रकटाने का पर्व है।सा. पौराणिक कथाएं    

 जय जय श्री राधे.....🙏