समाज जब खड़ा होता है तो बड़े-बड़े परिवर्तन हो जाते हैं :डा. हरीश रौतेला






-पनवारी में संघ शिक्षा वर्ग का समापन।

-नगर के गणमान्य नागरिकों की रही उपस्थिति।

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आगरा। परम पूज्य डाॅ. केशव बलिराम हेडगेवार जी द्वारा संस्थापित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गत 96 वर्षो से समाज जीवन के सभी क्षेत्रों में भारतीय जीवन मूल्यों को सम्बल देने, उनका संरक्षण करने तथा राष्ट्रीय एकता-अखंडता को मजबूती प्रदान करने का कार्य सहज रूप में कर रहा है। संघ का कार्य आज भी देश की सीमाओं को लांघकर अंतर्राष्ट्रीय क्षतिज पर अपनी विशेष पहचान बनाने में समर्थ हुआ है। यह सब अपने देव-दुर्भभ कार्यकर्ताओं के बल पर हुआ है। ऐसे ध्येयनिष्ठ कार्यकर्ताओं का निर्माण संघ की दैनन्दिन शाखा और प्रक्षिक्षण वर्गो में होता है। ऐसा ही एक प्रशिक्षण वर्ग पिछले 10 नवंबर से पनवारी स्थिति श्रीराम आदर्श महाविद्यालय में आयोजित किया जा रहा था। जिसका मंगलवार को समापन हो गया। 

समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ के ब्रज प्रांत प्रचारक डाॅ. हरीश रौतेला ने कहा कि स्वयंसेवकों ने अपना शुल्क देकर प्रशिक्षण प्राप्त किया है। संसार के लोग पूछते हैं कि वहां कुछ मिलेगा लेकिन स्वयंसेवक पूछते हैं कि वहां कुछ लेकर आना है क्या। डाॅ. हेडगेवार ने कहा था कि अपने देश के लिए कुछ करने का ज्वार होना महत्वपूर्ण है। यदि स्वप्न बड़े देखने हैं तो उनको रोकना संभव नहीं है। डाॅ. हरीश जी ने वर्ग के शिक्षार्थियों के साथ उपस्थित सूमह से डाॅ. हेडगेवार जी की जीवनी जरूर पढ़े। 

डाॅ. हरीश ने कहा कि भारत में बालगंगाधर तिलक, महर्षि अरविंद, वीर सावरकर जैसे क्रांतिकारी हुए लेकिन, हमें एक-दो परिवारों के बारे में बताया गया। आजादी के 75 वर्ष साढ़े सात हजार कां्रतिकारियों को याद करने का वर्ष है। अंग्रेेजों ने कहा था कि हमको सबसे अधिक डर वीर सावरकर व सुभाष चंद्र बोस से है। डाॅ. हेडगेवार ने एक आंदोलन के रूप में संघ की स्थापना की। हिंदू समाज संगठित हो, इसी उद्देश्य के लिए 1925 में संघ की स्थापना की। 

डाॅ. हरीश जी ने कहा कि मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री तो बहुत बने हैं लेकिन किसी विशेष उद्देश्य के साथ प्रधानमंत्री बिरले की बनने हैं। संघ हिन्दू समाज का संगठन करता है, संघ ने 1986 में एक नारा दिया कि गर्व से कहो हम हिंदू हैं, आज पूरा देश कह रहा है। भारत जब तक परमात्मा की खोज में लगा रहेगा, तब तक कोई उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। रामराज्य की बात करते हुए डाॅ. हरीश ने कहा कि राम ने सबको साथ लेकर सभी समाज का संगठन किया और लंका पर विजय प्राप्त की। गर्व से कहो हम हिन्दू हैं, इसी भाव के साथ हिन्दुस्तान बदल रहा है। संघ पिछले 50 वर्षो से धारा 370 का विरोध कर रहा है। डाॅ. हरीश ने कहा कि समाज जब खड़ा होता है तो बड़े-बड़े परिवर्तन हो जाते हैं। आज हिन्दू संगठित हुआ तो अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बन रहा है। अयोध्या में मंदिर बनने से 50 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। प्रधानमंत्री से प्रधान का चुनाव एक साथ होंगे तो देश का पैसा बचेगा। 

डाॅ. हरीश ने कहा हम इटालियन टाइल से इटली को मजबूत बना रहे हैं, घरों में वृक्षारोपण कर परिवार को स्वच्छ बनाने का प्रयत्न करना चाहिए। कार्यक्रम में सर्वप्रथम भगवा ध्वज का रोहण किय गया। प्रार्थना के बाद ध्वज वंदना और प्रशिक्षणार्थियों द्वारा शारीरिक प्रदर्शन, सूर्य नमस्कार, नियुद्ध दण्ड, युद्ध, समता व खेलों का प्रदर्शन किया। पूर्ण गणवेश में शिक्षार्थियों ने घोष के स्वरों के बीच विभिन्न मुद्राओं का प्रदर्शन किया।

वर्ग प्रतिवेदन के बाद स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ. नरेंद्र मल्होत्रा ने अध्यक्षीय भाषण दिया और कहा कि हिंदू परंपराएं सनातन हैं और हिंदू एक जीवन शैली है। कैलाश मंदिर के महंत निर्मल गिरी ने कोरोना काल में संघ के स्वयंसेवकों द्वारा किए गए कार्यो की प्रशंसा की। 

कार्यक्रम में प्रांत कार्यवाह प्रमोद शर्मा, विभाग संघचालक भवेंद्र शर्मा, विभाग कार्यवाह पंकज खंडेलवाल, सह विभाग कार्यवाह रमेश चैहान, विभाग प्रचारक आंनद, विभाग प्रचारक धर्मेंद्र, विभाग शारीरिक प्रमुख संतोष खिरवार, बौद्धिक प्रमुख राजीव, सह संपर्क प्रमुख देवेंद्र त्यागी, मुख्य शिक्षक संतोष जी, अवधेश जी, सह विभाग संघचालक रामेश्वर, विभाग प्रचार प्रमुख मनमोहन निरंकारी आदि की उपस्थित उल्लेखनीय रही।