27 व 28 दिसम्बर को महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय की भूगर्भशास्त्र अध्ययन शाला में व्याख्यान का आयोजन


बुंदेलखंड से जुड़े भू-विज्ञान के जानने मिलेंगे कई अनोखे राज

        छतरपुर। महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर की भू-गर्भ शास्त्र अध्ययन शाला द्वारा रूसा एवं विश्व बैंक परियोजना की गुणवत्ता उन्नयन योजना अंतर्गत तथा आजादी का अमृत महोत्सव के तहत् 27 व 28 दिसम्बर को दो दिवसीय व्याख्यान माला का आयोजन किया जा रहा है। भूगर्भशास्त्र अध्ययन शाला के  विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पी.के.जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि 27 दिसम्बर को दोपहर 12 बजे से विश्विद्यालय के सरस्वती सभागार में प्रोफेसर एम.एम.सिंह,आचार्य,भूविज्ञान विभाग,बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी द्वारा 'सुदूर संवेदी तकनीकी का भूआकृति विज्ञान, संरचनाओं,शैल विज्ञान एवं भूजल विज्ञान में अनुप्रयोगों' पर विशेष व्याख्यान दिया जाएगा। वहीं व्याख्यान माला के दूसरे दिन 28 दिसम्बर को डॉ. वी. के. सिंह, झांसी यूनिवर्सिटी, 'बुंदेलखंड क्रेटोन की जियोलॉजी एण्ड स्ट्रक्चर' विषय पर व्याख्यान देंगे।यह व्याख्यान माला विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो.टी.आर.थापक के संरक्षण एवं कुलसचिव डॉ. जे.पी.मिश्र के निर्देशन में आयोजित की जा रही है। वहीं आयोजकों ने भूगर्भ शास्त्र के विद्यार्थियों से कोविड 19 के नियमों का पालन करते हुए इसका लाभ लेने का अनुरोध किया है।इस व्याख्यान को ऑफलाइन आयोजित करने के साथ ही, गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन भी उपलब्ध कराया जाएगा।