पंचकल्याणक मानस्तंभ प्रतिष्ठा महोत्सव में रही ज्ञान कल्याण की धूम।

 



हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा:आज शालीमार एनक्लेव स्थित श्री 1008 पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर कमला नगर में श्री मज्जिनेन्द्र जिनबिंब पंचकल्याणक मानस्तंभ प्रतिष्ठा एवं विश्व शांति महायज्ञ चल रहा है जिसके पांचवें दिन रविवार को ज्ञान कल्याणक महोत्सव मनाया गया| विधानचार्य नितिन भैया जी द्वारा प्रातकाल की बेला में श्रीजी का अभिषेक एवं शांति धारा नित्य नियम पूजन,तप कल्याणक पूजन हवन किया गया| भोपाल से आए संगीतकार रोहित जैन एण्ड पार्टी द्वारा भजनों पर भक्त नृत्य प्रस्तुत कर रहे थे| इसके पश्चात आचार्य श्री 108 ज्ञेयसागर जी महाराज ने अपनी अमृतवाणी से कहा की आज भगवान की दीक्षा हुई केवलज्ञान प्राप्त हुआ। जिस बालक ने जन्म लिया था और दीक्षा ली थी। जितनी भी नई चीज होती है वो पुरानी होती है। वन में जाकर महामुनिराज वन गए। आठ प्रकार के कर्म होते है। आज चार कर्मो को नष्ट करेंगे। ऐसे ही वस्तु चेेतन और अचेेतन हो। जिस समय छोटा बालक गर्भ में आता है। बहुत खुशी होती है। नौ महीने के बाद बालक का जन्म होता है। वैसे ही जन्मदिन मानकर खुश होता है। प्रेरणा दी देव पूजा,स्वाध्याय, संयम ताप, अनावश्यक कर्तव्य के द्वारा श्रावक संचित पाप कमरें का छम कर सकता है। केवल ज्ञान संस्कार विधि मंत्र चरणों के साथ हुई। इसके बाद मुनिराज आदिनाथ की आहारचर्या का मार्मिक मंचन बखूबी चित्रित किया गया। तत्पश्चात दोपहर में ज्ञान कल्याणक की सभी क्रियाएं सम्पन्न हुई| दोपहर 3:30 बजे केवल ज्ञान उत्पत्ति भव्य समोशरण का आयोजन हुआ। श्रद्धालुओं से लबालब परिसर के दौरान समोशरण तपस्या काल में मुनिराज तीर्थंकर विविघ तप तपते हुए अपनी आत्म विशुद्धता को बढ़ाते जाते हैं। भगवान को केवल ज्ञान होते ही तीनों लोगों के हलचल मच जाती है। कलप्रवासी देवों के यहा घंटा बजने लगते हैं। ज्योतिषी देवों के यहा सिंहनाद, व्यंतर देवो के यहा नगाडों की ध्वनि,भवन प्रवासी देवों के भवनों में शखनाद होने लगता है। वही इंद्र अनेक देवों के साथ भगवान के केवल ज्ञान की पूजा करने के लिए निकल पड़ते हैं। तत्पश्चात एक भव्य समोवशरण की रचना की गई| आचार्य श्री का वैराग्य वर्धन उद्वोधन,दिव्यध्वनि प्रश्नोत्तर तथा केवल ज्ञान महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सायः7:00 बजे श्रीजी की मंगल आरती एवं शास्त्र सभा का आयोजन किया। रात:8:00 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम में भरत बाहुबली युद्ध पर आधारित नाटक बाहर के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया| इस मनोज गौधा संजय जैन,पीयूष जैन,देवेंद्र जैन,कमल कुमार जैन,अार्जव जैन,सांरश जैन,अंकेश जैन, विनीत जैन,मंजु गोधा,संगीता जैन,कल्पना जैन,समस्त सकल दिगंबर जैन समाज शालीमार एनक्लेव कमला नगर के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।