क्लब फुट कैंप में बच्चों के टेढ़े पंजों के इलाज के बारे में दी जानकारी।




बच्चों के जन्मजात टेढ़े-मेढ़े पैरों का इलाज संभव।

आगरा, 1 दिसम्बर 2021

क्लब फुट कैंप का आयोजन बुधवार को जिला अस्पताल में किया गया । कैंप में पीड़ितों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद जागरूकता सामग्री के बारे में जानकारी दी गई |इसके साथ ही परामर्श सहायता भी प्रदान की गई ।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ मिरेकल फीट इंडिया बच्चों के क्लब फुट उपचार के लिए साझेदारी से काम कर रही है । शिविर में क्लब फुट से प्रभावित बच्चों को पोंसेटी विधि द्वारा आसानी से इलाज कराए जाने के बारे में जानकारी दी गई ।  इसमें वह कास्टिंग, टेनोटॉमी और ब्रेसिंग के  चरण से गुजरते हैं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के डीईआईसी मैनेजर रमाकांत शर्मा ने बताया कि यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें जल्दी पहचाना जाए  और इलाज को शुरू कराया जाए। फुटब्रेसेस समेत पूरी चिकित्सा आपूर्ति निशुल्क प्रदान की जाती है। मिरेकल फीट पूरे उपचार प्रक्रिया के दौरान पैर के लिए ब्रेसेस प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि मिरेकल फीट आठ राज्यों, यूपी, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा,  नगालैंड, मिजोपुम, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में काम करता है। जून 2018 से मरीज की 50 हजार फॉलोअप विजिट भी करवा चुका है।

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-प्रणव के पिता राजू ने बताया कि बेटा दो साल का था। क्लब फुट कैंप के माध्यम से बेटे को काफी फायदा हुआ। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ  है और शूज पहन रहा है। इसका जितनी जल्दी इलाज शुरू हो जाता है। उतनी जल्दी ही रिकवरी शुरू हो जाती है।

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-मोहित के पिता दीपचंद्र ने बताया कि बेटा शूज पहन रहा है। हर सप्ताह प्लास्टर चढ़ता है। उसके बाद छोटा सा आपरेशन होने के बाद जूते दे दिए जाते हैं। जिसके  पहनने से पीड़ित को काफी ज्यादा फायदा होता है। 

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कब शुरू होता है इलाज

डॉ. राजेंद्र कुमार ने बताया कि क्लब फुट का इलाज जन्म से 15 से 20 दिन के बाद शुरू हो जाता है। छह से सात महीने की उम्र होने पर भी बच्चे का इलाज शुरू हो जाता है। इसमें हर सप्ताह प्लास्टर चढ़ता है। उसके बाद पैर सीधे किए जाते हैं। पैर की एड़ी के नीचे छोटा सा चीरा लगाकर प्लास्टर चढ़ाया जाता हे। फिर जूते दे दिए जाते हैं। पहले शुरुआती दिनों में बच्चे को 23 घंटे तक जूते पहनने होते हें। उसके बाद जूते पहनने का समय कम होता जाता है।

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मिरेकल फिट इंडिया की प्रोग्राम एग्जीक्यूटिव रिचा शर्मा ने बताया कि क्लब फुट का पूरा इलाज कराना चाहिए। डाक्टर के द्वारा दिए परामर्श को मानना चाहिए। आर्थिक रूप से परेशान पीड़ितों के घरों पर टीम जाकर इलाज करती हैं। फिर भी जो इलाज कराने आते हैं।  अभी तक 80 बच्चे ठीक हो चुके हैं। समस्या होने पर उनके नंबर 7208820504 पर संपर्क भी कर सकते हैं।