"कलजुग मह इक नाम उधार, नानक बोलै ब्रह्म विचार...गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व भव्यता और उल्लास के साथ संपन्न




हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा

गुरु नानक देव जी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब लोहा मंडी में श्री गुरु नानक देव जी का पावन प्रकाश पर्व बड़ी श्रद्धा भावना व धूमधाम से मनाया गया ।अमृत वेले सुखमनी सेवा सभा की ओर से पावन दीवान की शुरुआत की गई सुखमनी साहिब जी के पाठ सिमरन,उसके बाद हरमन प्यारे वीर महेंद्र पाल सिंह जी की मधुर वाणी ने जैसे चारों तरफ भक्ति का रस घोल दिया ,उन्होंने हंओ कुर्बाने जाओ मेहरबाना हंओ कुर्बाने जा शबद का बड़े भावपुण ढंग से गायन किया अर्थात गुरु नानक देव जी की वाणी के शब्द में उन्होंने बताया कि जो प्रभु का नाम जपते हैं इस कलयुग के भयानक समय में सतगुरु कहते हैं मैं उन पर बार-बार कुर्बान जाता हूं उन्होंने कहा जैसे प्राणों के बिना यह शरीर मिट जाता है ऐसे ही नाम के बिना  प्राण मिट जाते हैं जैसे तन के लिए प्राण जरूरी है प्राणों के लिए नाम जरूरी है। उन्होंने गुरु नानक देव जी के जीवन से संबंधित तमाम जीवन की झांकियों को संगत के सामने सरवन कराया उसके बाद खचाखच भरे दरबार हॉल में संगतों ने जयकारों के साथ गुरु नानक देव जी की खुशियां सांझी की महेद्र पाल जी के कीर्तन के बाद भाई अमृत पाल सिंह जी गुरुद्वारा शाहगंज उन्होंने अपने मनोहर रचनाओं द्वारा संगत को निहाल किया तदुपरांत भाई मेजर सिंह ने भी गुरुवाणी का गायन किया तत्पश्चात स्त्री सिंह सभा की बीबी रानी सिंह जी व जत्थे ने वाणी के अनमोल शब्दों द्वारा सभी को मंत्रमुग्ध किया उसके पश्चात भाई गुरशरण सिंह ने गुरु नानक देव जी के शब्दों का गायन कर समा बांधा कार्यक्रम की समाप्ति पर गुरु महाराज के अटूट लंगर का वितरण हुआ जिसे गुरु नानक पातशाह जी के चलाए गए ₹20 के लंगर की वजह से आज सारे संसार में यह लंगर प्रथा चल रही है संचालन गुरुद्वारा कमेटी के महासचिव बंटी ग्रोवर जी ने बड़े ही अच्छे ढंग से किया वह सभी का धन्यवाद किया साथ ही इस अवसर पर सरदार गुरनाम सिंह ,सरदार जसवीर सिंह,विक्की पुरी,रिक्की नारंग,मिनटू सलूजा,राजदीप सिंह ग्रोवर,राजीव अरोरा,सतीश अरोरा ,संजय जटाना , चरणजीत सिंह, देवेंद्र पाल सिंह, अशोक अरोरा,गगन लूथरा आदि गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।