जिन्हें कोरोना महामारी ने मारा, उन्हें"सेवा आगरा " ने दिया सहारा: समाजसेवी मुरारीलाल गोयल"पैंट"

 


- सेवा आगरा ने निभाई माता पिता की भूमिका, निर्धन बेटियों को शिक्षा के लिए बाँटी छात्रवृत्ति।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा। जिंदगी बचाने की मुहिम के साथ-साथ आमजनों, वंचितों और जरूरतमंदों को स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अनेक तरह की सेवाएं प्रदान करने वाली प्रमुख सामाजिक संस्था सेवा आगरा ने हर वर्ष की तरह इस बार भी निर्धन बेटियों को शिक्षा जारी रखने के लिए छात्रवृत्ति के चेक वितरित किए। 

     गुरुवार को गांधी नगर पार्क में आयोजित समारोह में सेवा आगरा ने सुल्तानगंज पुलिया स्थित शिशु ज्ञान मंदिर की 21 बेटियों को तीन-तीन हजार रुपए के चेक छात्रवृत्ति के रूप में प्रदान किये। इससे वे वर्ष भर की फीस के साथ साथ अपने लिए कॉपी, किताब, ड्रेस और बैग भी ले सकेंगी।

      गौरतलब है कि इन बेटियों में ऐसी 11 बेटियां भी शामिल थीं जिन्होंने कोरोना महामारी से अपने माता पिता को खो दिया था। सेवा आगरा ने माता-पिता की भूमिका निभाकर मासूम बेटियों के चेहरे पर जो मुस्कान बिखेरी, उसकी प्रतिक्रिया में सभी बच्चों ने तालियां बजाकर सेवा आगरा का आभार व्यक्त किया।

        इस दौरान सेवा आगरा के संस्थापक-अध्यक्ष और प्रमुख समाजसेवी मुरारीलाल गोयल "पेंट",  संस्थापिका श्रीमती सुमन गोयल, हरिओम गोयल, रवि परमार, चेतन वर्मा, शिशु ज्ञान मंदिर के संचालक भास्कर सिंह, जितेंद्र, काजल, मधुकर सिंह, पंकज, गुंजन, आरिफ खान और दीपक प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

          इस मौके पर श्री मुरारी लाल गोयल पेंट और श्रीमती सुमन गोयल ने संयुक्त रूप से कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे को हम वास्तविक रूप में सफर करने की कोशिश कर रहे हैं। यह बेटियां देश का भविष्य हैं। धन के अभाव में यह शिक्षा से वंचित न रहें, इस मनोभाव से सेवा आगरा संकल्पित है। सेवा का यह सिलसिला जारी रहेगा।