परिवार नियोजन अभियान को अधिकारी लगा रहे हैं पलीता।



हिन्दुस्तान वार्ता।इटावा:राजेश प्रजापति

इटावा सरकार भले ही परिवार नियोजन को बढ़ावा दे रही हो और इसके लिए तमाम प्रयास भी कर रही हो लेकिन विभागीय अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सरकार की नीतियों को पलीता लगा रहे है।

परिवार नियोजन के तहत सरकारी अस्पताल में आने वाले कंडोम के पैकेट का वितरण न होने के चलते लाखो की तादाद में एक्सपायर होकर कंडोम बर्वाद हो गए,डिब्बों से निकालकर पॉलीथिन में बंद करके अस्पताल के खाली कमरे में रखवाकर और खाली डिब्बों को जलाकर विभागीय अधिकारी ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए नजर आ रहे हैं।

इटावा हजारों की तादाद में कंडोम के पैकेट अस्पताल परिसर में जला दिए गये, जले और अधजले हजारों कंडोम पैकेटों के ढेर ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली की एक बार फिर से पोल खोलकर रख दी।

तस्वीरें इटावा जिला अस्पताल की हैं जहां परिवार नियोजन के तहत वितरण हेतु भेजे गए लाखों कंडोम जब वितरण के अभाव में एक्सपायर हो गए तो आनन-फानन में सभी पैकेटों को जलाकर राख के ढेर में तब्दील कर दिया गया साथ ही कंडोम पॉलीथिन में बंधवाकर सौ शैय्या अस्पताल के एक कमरे में रखवाए गए।

पूरा मामला जब मीडिया के सामने आया और मीडिया कर्मियों ने महिला अस्पताल की  मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ कजली गुप्ता से इस बारे में सवाल किए तो उन्होंने वितरण न होने के लिए कोरोना महामारी को जिम्मेदार ठहराते हुए पूरे मामले पर पर्दा डाल दिया,इतना ही नहीं उन्होंने पूरे मामले से मीडिया का ध्यान भटकाने के लिए मीडियाकर्मियों को नसबंदी का प्रचार प्रसार करने की सलाह दे डाली।

लेकिन बड़ा सवाल यह है कि यदि विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने समय रहते इन सभी कंडोम का वितरण करवाया होता तो शायद लाखो रुपये की यह सामग्री बर्वाद न होती।

गौरतलब है कि ऐसे गैर जिम्मेदाराना रवैये पर जनपद के वरिष्ठ अधिकारी अब किस तरह की कार्यवाही करते हैं ।