भक्तामर विधान से दूर होता है जीवन में आया संकट।



आगरा:आज श्री 108 चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर देवनगर खंदारी में वेदी प्रतिष्ठा एव शिखर ध्वजारोहण एवं कलशारोहण के दूसरे दिन रविवार को भक्तामर विधान का आयोजित किया गया| सर्वप्रथम  प्रातः 7:00 बजे श्रीजी का अभिषेक एवं शांतिधारा नित्य नियम पूजन के साथ हुआ। इसके बाद विधानचार्य अविनाश भैया जी एवं विधानचार्य जिनेंद्र जैन शास्त्री के निर्देशन में भक्तामर विधान का आयोजन किया गया। विधि विधान व मंत्रों के साथ भगवान को 48 अ‌र्घ्य समर्पित किए गए। भक्तामर विधान के बीच में श्रद्घालुओं ने संगीतमय की धुनों पर नृत्य कर भक्ति की| विधानचार्य अविनाश भैया जी ने विधान पर बताया कि देश समाज व परिवार के ऊपर कोई संकट आता है तो ऐसी स्थिति में शांत स्वभाव से भक्तामर विधान ही एकमात्र उपाय होता है। श्रद्धा भाव से किया गया भक्तामर स्तोत्र सुख शांति प्रदान करता है। जीवन की जटिलताओं को सहज बनाता है। पापों से मुक्त कराकर पुण्य मार्ग की ओर अग्रसर करता है। यदि किसी के जीवन में कोई संकट है तो भक्तामर स्तोत्र चमत्कार दे सकता है। उन्होंने जीवन में नेक कार्य करने व पुण्य मार्ग पर चलने का आह्वान किया। मीडिया प्रभारी शुभम जैन ने बताया कि वेदी प्रतिष्ठा के तीसरे दिन यागमंडल विधान सुबह: 8:00 बजे से आयोजित किया जाएगा| इस मौके पर हीरालाल बैनाड़ा राजेश बैनाड़ा,विवेक जैन संजीव जैन,राहुल जैन,राजेश जैन,सुरेंद्र कुमार जैन,मीडिया प्रभारी शुभम जैन बीना बैनाड़ा, शुचि जैन,शिल्पी जैन,एकता जैन ममता जैन,पूजा जैन, समझ सकल दिगंबर जैन समाज देवनगर के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे|