सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा ने की एयरपोर्ट डायरेक्टर से मुलाकात।

- आगरा में नया सिविल एन्क्लेव  वायु प्रदूषण उत्सर्जन शून्य प्रवृत्‍ति का होगा।

सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा का  प्रतिमंडल मिला,एअरपोर्ट डायरेक्टर से।

-लैंडिंग और टेक ऑफ करने वाले वायुयान पुशबैक सिस्टम से हैंडल किये जायेंगे।

हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा

आगरा में बनने जा रहा सिविल एन्‍कलेव अति न्‍यून लगभग नागण्‍य प्रदूषण ही उत्‍सर्जित करेगा। इसके लिए यहां से उडने और लैंडिंग करने वाले यात्री वायुयानों के लिये अब तक पावर इन पावर आउट ( powerback / Power in Power out ) सिस्टम प्रयोग में है, जबकि नये एन्‍कलेव में पुश बैक तकनीक का इस्‍तेमाल होगा, नये सिस्‍टम में एयर फोर्स स्‍टेशन आगरा के रनवे पर वायुयान लैंडिंग और टेक ऑफ करने तक ही अपने पावर बैक सिस्‍टम का इस्‍तेमाल करेगा जबकि इसके बाद   सिविल एन्‍कलेव के टैक्‍सी ट्रैक और उसकी पार्किंग तक आने जाने में पुशबैक (Push Back ) सिस्टम का इस्तेमाल होगा । नया सिस्टम जल्दी ही अभी के सिविल एन्क्लेव में लागू होगा।

पावर बैक  सिस्टम में वायुयानों को पार्किंग और हैंगरों तक पहुंचने के लिये अपने इंजन सपोर्टेड  सिस्टम का ही इस्तेमाल करना होता है,जिसमें आ कंजैम्‍शन बहुत अधिक खर्च होता है,जबकि पुशबैक सिस्‍टम में वायुयान के इंजन लैंडिंग करने के बाद व टेक ऑफ करने तक बंद रहते हैं। उसे एन्क्लेव  से हैंगर या पार्किंग से वायुसेना क्षेत्र में स्थित हवाई पट्टी तक लाने या ले जाने का कार्य ट्रैक्‍टर या ट्रालरों के द्वारा किया जाता है।

इस प्रकार सिविल एन्क्लेव  परिसर वायुयान से जनित वायुप्रदूषण से लगभग मुक्त होगा। वैसे ट्रेलरों और ट्रैक्‍टरों में भी वायुप्रदूषण कारी ईंधन का उपयोग नहीं होगा. उपरोक्‍त के फलस्वरूप  सिविल एन्क्लेव परिसर  एयरक्राफ्ट ऑपरेशन एक्‍टविटीज से जनित प्रदूषण के उत्‍सर्जन की संभावनाएं शून्य प्राय हो जायेंगी।


एस टी पी लगेगा-

सिविल एन्क्लेव परिसर में जनित सीवर और गंदे पानी का ट्रीटमेंट करने के लिए आधुनिकतम तकनीक का एस टी पी लगाया जाएगा, जहां ट्रीटड एफ्यूलैट का डिस्पोजल 'रियूज्‍ड वाटर' के रूप में होगा. इस पानी का उपयोग सिविल एन्क्लेव परिसर और आसपास के क्षेत्र में हरियाली अच्‍छादन के लिये किया जायेगा। सिविल एन्क्लेव की कार्ययोजना में 3500 पेडों के प्लांटेशन  करवाया जाना शामिल है । इन पेड़ों की प्रजातियों का  चयन उनकी वायु प्रदूषणा चूषण ( Sequester absorbers )प्रकृति के आधार पर किया गया है। इस प्लांटेशन से ध्वनि  प्रदूषण भी कम होगा। क्यूँ कि इन पेड़ों  से वायु प्रदूषण कि गुण्‍सवत्‍ता के साथ ही ध्वनि तरंगे भी अवशोषित करने की प्रवृत्‍ति होती है। 


पॉल्‍यूशन रोकने के मानकों की फोर स्टार व्यवस्था-

नये सिविल एन्क्लेव  को भारत में प्रदूषण संबधित मानकों (ग्रेडिंग) सिस्टम के अनुसार  4-मानक( 4 star ) की सुविधाओं व व्यवस्थाओं से युक्त होगा। जिनके तहत यहां पावर जनरेशन के सिस्टम  में केवल सी एन जी (  Compressed Natural Gas ) का ही उपयोग होगा,ध्वनि और वायु प्रदूषण निरोधी हरियाली छत्र अच्‍छादन (Green belt) , सीवरेज और गंदे पानी को शोधित  कर पुन उपयोग लायक बनाए जाने के लिए यांत्रिक या जैविक अवस्थापना  की व्यवस्था  , परिदृश्यता युक्त  बागवानी (  landscaping ) सिविल एन्क्लेव  परिसर में केवल इलैक्‍ट्रिक वाहनों का संचालन आदि अपेक्षायें की जाती हैं । इनमें से लगभग सभी नये सिविल एन्‍कलेव में मौजूद होंगी।

यही नहीं पब्लिक  के वाहनों से जनित प्रदूषण को कम करने के लिए  मल्‍टी लेवल पार्किंग भी इस प्रकार डिजाइन करवायी गयी है जिससे वाहन को खडा करने के बाद जब उसे पुन: ले जाना हो तो बैक गियर अनावश्‍यक यू टर्न नहीं करने पडें।गाडी सीधे पार्किंग में ले जायी जा सके और बापसी में स्टार्ट  कर स्टीयरिंग का न्यूनतम उपयोग कर मुख्य  मार्ग पर ले जाया जा सके ।


नागरिक उड्डयन के लिये व्यापक  संभावनाएं-

आगरा में नागरिक उड्डयन सेवा विस्तार  की व्यापक  संभावनाएं हैं,  दुर्भाग्य  यह है कि उ प्र शासन इनके प्रति पूरी तरह से लापरवाह बना रहा है। जहां न्यायालयों  में ताजमहल की पर्यावरण से सुरक्षा को लेकर जो भी विधिक प्रकरण लंबित हैं उनमें अब तक हुए आदेशों और अंतरिम आदेशों के क्रम में जो व्यवस्थाएं  अब तक आगरा में हुई हैं उनका ताज संरक्षण पर कोई अनुकूल प्रभाव नहीं पड़ा है,इसके स्थान पर स्थानीय अर्थव्यवस्था का स्वाभाविक  विकास तक ठप प्राय हो गया है। एयर कनैक्‍टिविटी  भी इन्ही  में शामिल है। दरअसल अदालती वादों में उ प्र सरकार के द्वारा वस्तुस्तिथि और तथ्यपरक  जानकारियों सुनवाई कर रही पीठों के समक्ष न रखा जाना इसका मुख्य  कारण है  ।

आगरा में ऑपरेटिड एयरलाइंस  इंडिगो के प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार आगरा में बैंगलोर ,हैदराबाद, मुंबई  जैसे रूटो के  साथ स्थानीय महत्ता  के जयपुर , दिल्ली , इलाहाबाद, इंदौर, हैदराबाद  कनेक्टिंग  रूटों के लिये लगातार मांग बढ़ रही है। एयरलाइंस का कार्गो डिवीजन भी व्‍यस्‍त है, फिलहाल बाहर से काफी सामना एयर  से  ही आ रहा है,अर्जुन नगर में ही इसकी डिलीवरी के लिये डिपो बनाया हुआ है।बाहर के लिये भी माल की बुकिंग शुरू हो जायेगी एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा इसके लिये निर्धारित 'एस ओ पी' के अनुकूल सभी व्यवस्थाएं  की हुई है ,बस नागरिक उड्डयन मंत्रालय से अनुमति अपेक्षित है।


प्रभावी पैरोकारी जरूरी:-

क्या  सरकार को मुकदमे की फाइल पर यह नहीं लाना चाहिए था कि धनौली का सिविल एन्क्लेव  प्रोजेक्ट  नया न होकर एक शिफ्टिंग प्रोजेक्ट  भर है। वायु यान टेकऑफ़ और लैंडिंग ऑपरेशन के अलावा अपनी परी उड़ान एयरपोर्ट अथॉरिटी के द्वारा निर्धारित एयर कारीडोरों में ही भरता है,जो सामान्यतः  बादलों से भी ऊंचाई पर होता है। ताज ट्रिपेजियम अथॉरिटी के अधिकार क्षेत्र और अध्यन में बादल (cloud)तक नहीं आते ।फिर उनसे भी अधिक ऊंचाई पर उडने वाले हवाई जहाज से ताजमहल को कैसे खतरा हो सकता है।


जनप्रतिनिधि सजगता बरतें :-

जनप्रतिनिधियों से अपेक्षा है कि वे अपनी भूमिका समझें और आगरा के सिविल एन्क्लेव  शिफ्टिंग प्रोजेक्ट  (धनौली सिविल एन्क्लेव ) को शीघ्रता के पूरा करवाने के लिये लंबित अनुमतियों को शीघ्रता से दिलवायें। हमारी उ प्र सरकार से भी अपेक्षा है कि न्यायालय में सक्षम पक्षकार  के रूप में अपनी भूमिका निर्वहन करे। अब राज्य सरकार संबधित वाद में पक्षकार है ,जबकि पूर्व में केवल पैरोकार की ही भूमिका मे थी और केवल वही हलफनामे देती रही जो कि न्यायालय  में मांगे जाते रहे। जनप्रतिनिधियों से उ प्र नागरिक उड्डयन मंत्रालय और उ प्र शासन के विधि विभाग को आगरा के प्रोजेक्ट में हो रहे विलंब पर चिंता  जताना सामायिक जरूरत है ,जो अपनी कर्मभूमि के लिये उनका राजनैतिक  व सामाजिक दृष्‍टि से नैतिक कर्तव्य भी है।

उल्लेखनीय है कि सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा  के प्रतिनिधि मंडल ने एयरपोर्ट डायरेक्टर  श्री ए ए अंसारी से मुलाकात कर आगरा के नये सिविल एन्क्लेव के बारे में मुलाकात  कर आगरा की एयर कनैक्‍टिविटी को विस्तार  दिये संबधी नागरिक  अपेक्षाओ पर चर्चा की थी। प्रतनिधि मंडल की इंडिगो के एयरपोर्ट मैनेजर श्री प्रवीन भरद्वाज से  भी मुलाकात हुई थी। सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा  के प्रतिनिधि मंडल में डा शिरोमणी सिह पार्षद नगर निगम आगरा ,जर्नल सैकेट्री श्री अनिल शर्मा एवं राजीव सक्स्सेना  शामिल थे।