गत वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्कृष्ट साहित्य लेखन के लिए दिया था प्रतिष्ठित विवेकानंद यूथ अवार्ड।
हिन्दुस्तान वार्ता।
आगरा। इशिका बंसल 17 वर्ष की ऐसी अंग्रेजी साहित्यकार, ऑथर, अनुवादक और ब्लॉगर हैं जिनको इतनी कम उम्र में अपने लेखन और लेखन में व्यक्त सामाजिक-राष्ट्रीय-मानवीय सरोकारों के लिए राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना प्राप्त हुई है।
इशिका ताज नगरी की पहली बेटी हैं जिनको साहित्यिक उपलब्धियों के कारण पढ़ाई के लिए जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल में 100 फ़ीसदी स्कॉलरशिप प्रदान की गई।
उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति अभियान के तहत इशिका को जिला प्रशासन द्वारा एक दिन का थाना इंचार्ज बनाया गया। वहीं वह उत्तर प्रदेश की पहली बेटी हैं जिनको साहित्यिक उपलब्धियों के लिए उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा ₹50 हज़ार राशि का प्रतिष्ठित विवेकानंद यूथ अवार्ड प्रदान किया गया।
इशिका बंसल के अब तक दो अंग्रेजी कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं और इन दोनों संग्रहों पर भारत और भारत से बाहर के ख्याति प्राप्त अंग्रेजी साहित्यकारों व संपादकों द्वारा लिखे गए आलोचनात्मक लेखों की पुस्तक भी प्रकाशित हो चुकी है।
इशिका द्वारा 80 हिंदी कविताओं के अंग्रेजी अनुवाद की पुस्तक प्रकाशन की प्रक्रिया में है।
इशिका ने एक वर्ष शिकागो से प्रकाशित अंतर्राष्ट्रीय अंग्रेजी पत्रिका पोलीफोलीनिट में संपादन कार्य भी किया है।
इशिका की शैक्षिक और साहित्यिक उपलब्धियों के साथ-साथ उसकी वैचारिक मेधा को सम्मान प्रदान करते हुए वुडस्टॉक स्कूल, मसूरी ने 11वीं और 12वीं कक्षा में अध्ययन करने के लिए 30 लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की है। वर्तमान में इशिका वहाँ 11वीं कक्षा में अध्ययन कर रही हैं।
यूँ चला सृजन का सफर..
इशिका बंसल का पहला अंग्रेजी कविता संग्रह "थ्रेड्स ऑफ लाइफ" वर्ष 2017 में पोइट्री सोसाइटी ऑफ इंडिया, गुरुग्राम द्वारा प्रकाशित किया गया, जब वह सातवीं कक्षा की छात्रा थी।
दूसरा अंग्रेजी कविता संग्रह "माय डायरी एंड अदर पोयम्स" वर्ष 2019 में डायमंड बुक्स, दिल्ली द्वारा प्रकाशित किया गया, जब वह नौवीं कक्षा की छात्रा थी।
दोनों कविता संग्रहों के ऊपर वरिष्ठ अंग्रेजी साहित्यकार राजीव खंडेलवाल के संपादन में आलोचनात्मक आलेखों (रिव्यू आर्टिकल्स) की पुस्तक वर्ष 2020 में प्रकाशित हुई, जब वह दसवीं कक्षा की छात्रा थी।
वर्ष 2021-22 में जब वह 11वीं कक्षा में पढ़ रही है, तब उसके द्वारा हिंदी कविताओं के अंग्रेजी अनुवाद की पुस्तक प्रकाशित होगी।