निर्यातकों एवं आयातकों द्वारा आगरा आईसीडी डिपो के प्रति उदासीनता है ,अति चिंताजनक : नेशनल चेंबर।




कोंकर डिपो आगरा ने भी जताई चिंता। 

आयातकों एवं निर्यातकों की अरुचि के कारणों/परेशानियों एवं सुझावों को समझने के लिए शीघ्र ही आईसीडी की एक उच्च स्तरीय बैठक।

कारणों व सुझावों को अग्रेसित किया जायेगा सरकार को। 

आईसीडी आगरा पर कंटेनरों की अनुउपलब्धता पर चेंबर पूर्व में भी जता चुका है रोष।

हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा

आज दिनांक 5 जनवरी 2022 को चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने आईसीडी डिपो  (कोंकर - कंटेनर कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड ) आगरा के प्रति आयातकों एवं निर्यातकों द्वारा बार्टीमजए रही उदासीनता पर गहरी चिंता व्यक्त की।  इस संबंध में कोंकर डिपो आगरा के साथ टर्मिनल मैनेजर से  वार्ता हुई उन्होंने भी इस बात पर चिंता जताई कि आगरा एवं आसपास के जनपदों में आयातकों और निर्यातकों द्वारा आईसीडी आगरा के प्रति गत वर्ष से अरुचि होने से आईसीडी आगरा को बहुत बड़ी हानि हुई है।  इस संबंध में आईसीडी एक उच्च स्तरीय बैठक शीघ्र ही आगरा के निर्यातकों एवं आयातकों के साथ करने जा रहा है जिसमें आईसीडी आगरा के प्रति उदासीनता के कारणों एवं परेशानियों को समझा जाएगा। 

चेंबर अध्यक्ष, मनीष अग्रवाल ने बताया कि यह एक बहुत गंभीर विषय है कि आगरा में आईसीडी डिपो होते हुए यहां के निर्यातकों एवं आयातकों द्वारा आईसीडी आगरा का स्तेमाल न  करते हुए अन्य आईसीडियों से विदेश व्यापार किया जा रहा है।  कुछ माह पूर्व नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स यूपी आगरा के विदेश व्यापार प्रकोष्ठ की बैठक बुलाई गई थी जिसमें निर्यातकों द्वारा यह व्यक्त किया गया था कि आगरा में कंटेनर की अनुपलब्धता के कारण उन्हें व्यापार करने में बहुत बड़ी परेशानी आ रही है उनके द्वारा दादरी, मुंबई  आदि से कंटेनर अधिक भाड़े पर मंगाए जा रहे हैं।  संभवत आज भी यही स्थिति बनी हुई है। 

विदेश व्यापार प्रकोष्ठ के चेयरमैन जय अग्रवाल ने बताया कि आगरा में कंटेनरों की अनुपलब्धता के कारण शिपिंग कंपनियों से कंटेनर मंगाए जाने निर्यात व्यापार मैं अधिक व्यय करना पड़ रहा था साथ ही इसमें समय भी अधिक लग रहा है।  यदि आगरा डिपो पर कंटेनर उपलब्ध हों तो आगरा एवं आसपास के जनपदों का विदेश व्यापार अधिक गतिपूर्वक हो सकेगा। 

विदेश व्यापार प्रकोष्ठ के सलाहकार राजेश अग्रवाल ने बताया कि आगरा फिरोजाबाद मथुरा अलीगढ़ आदि जनपदों  से पिछले लगभग 10 हजार करोड़ का निर्यात व्यापार हुआ है।  किंतु आईसीडी आगरा के द्वारा व्यापार बहुत कम हो सका है।  उसके मुख्प्र कारण आईसीडी पर एक तरफ तो कंटेनर उपलब्ध नहीं रहे जिसके लिए मुंबई दादरी आदि से कंटेनर मांगकर शिपमेंट के लिए माल को भेजा गया है। आगरा डिपो पर शिपमेंट के लिए कम संख्या में कंटेनर पहुँचाने के कारण रेलें कम आने लगी जिससे कंटेनर कई दिनों तक आगरा डिपो पर पड़ा रहता है। इस तरह माल पहुँचाने में बिलम्ब हो रहा है।    इसलिए आगरा डिपो के द्वारा निर्यात करने में समय अधिक लगने लगा है और सीधे शिपिंग कंपनी से कंटेनर मंगाने पर समय की बचत के साथ उत्तर प्रदेश निर्यात परिषद्द्वा द्वारा एमएसएमई के माध्यम से ₹6000 प्रति कंटेनर प्रोत्साहन राशि भी जाती है।  किंतु इसमें निर्यातकों को पर्याप्त कागजी कार्यवाही करनी होती है।  कंटेनर बाहर से मंगाने पर काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है क्योंकि  इसमें  माल को शिपमेंट के लिए बाय रोड भेजना पड़ता है जिसमें रेल की अपेक्षा काफी अधिक समय लग जाता है।  यदि आईसीडी आगरा पर कंटेनर पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हों कोंकर आगरा से माल भेजने पर रेलें भी अधिक व शीघ्र आने लगेंगी जिससे माल शीघ्रता से शिपमेंट के लिए पहुंच सकता है।  यदि आगरा डिपो पर कंटेनर उपलब्ध हो सके तो आगरा का निर्यात एवं आयात व्यापार पुनः आगरा डिपो से ही होने लगेगा।  डिपो मॉल के भरे कंटेनरों की संख्या बढ़ने पर रेलें भी जल्दी आएँगी और शिपमेंट के लिए जाने हेतयु कंटेनर डिपो पर कई दिनों तक नहीं पड़ा रहेगा। 

चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि पूर्व में भी कोंकर डिपो आगरा पर कंटेनर की अनुपलब्धता पर आगरा के निर्यातकों द्वारा रोष व्यक्त किया जा चूका है।  हमारी मांग है कि आगरा में  कंटेनर आवश्यक संख्या में उपलब्ध रहने चाहिए।  आईसीडी आगरा को  निर्यातकों एवं आयातकों के साथ हर माह एक बैठक करनी चाहिए।   उनकी परेशानियों को समझा जाए और उन्हें निस्तारित करते हुए उन्हें आवश्यक सुविधा प्रदान की जाए ताकि आगरा एवं आसपास के जनपदों में  विदेश व्यापार को बढ़ावा मिले।   साथ ही आगरा एवं आसपास के निर्यातकों एवं आयातकों से उन्होंने अपेक्षा की है कि आईसीडी आगरा के द्वारा ही विदेश व्यापार करें।  आगरा में उन्हें यह सुविधा उपलब्ध है इसका उपयोग करें।  सभी आगरा से व्यापार करेंगे तो डिपो पर रेलें अधिक आएँगी जिससे  माल शिपमेंट के लिए रेल द्वारा बंदरगाह तक बिना बिलम्ब के पहुँच सकेगा।  आगरा के विदेश व्यापार में वृद्धि होगी।