साहित्य संगीत संगम"ने किया,देश के 25 रचनाकारों के साझा संग्रह "यात्रा वृतांत अग्रवन के" का लोकार्पण।

 


हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा

"यूं तो आजकल साझा संकलन बहुत सारे आते हैं ,कविताओं के कहानियों के, लेकिन यात्रा वृत्तांत का यह  संकलन संभवत: देश में पहला संकलन है ।इस तरह के विभिन्न विषयों पर भी संकलन आते हैं तो साहित्य हित में यह बड़ा काम होगा "यह उद्गार कोविड वॉरियर्स डॉ पार्थ गर्ग ने व्यक्त किए ।डॉ गर्ग साहित्य संगीत संगम के तत्वावधान में  नागरी प्रचारिणी सभा भवन मेंआयोजित "यात्रा वृत्तांत अग्रवन के "संग्रह के लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे ।विशिष्ट अतिथि मैनपुरी से पधारी डॉ सुमन ने कहा की उनकी नजर में यह एक अनमोल संग्रह है, जिसको पढ़ कर पाठक को ऐसा लगेगा कि वह स्वयं संग्रह में वर्णित स्थानों की सैर कर रहा है।

 समारोह का शुभारंभ सरस्वती जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर डाक्टर राजेंद्र मिलन ,शिव सागर एवं सुमन जी ने किया ।संगीता अग्रवाल ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। सुशील सरित ने समारोह की रूपरेखा बताते हुए कहा कि यह संकलन इस श्रंखला का छठवां पुष्प है ।इससे पूर्व कविता ,कहानी ,व्यंग्य ,वंदना ,गजल आदि पर साझा संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। अब हमारी योजना 75अन्जाने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर एक संग्रह प्रस्तुत करने की है।

 इस अवसर पर श्रीमती मीरा परिहार ,डॉ रमेश आनंद ,सुधीर शर्मा, संजय गुप्त ,संगीता अग्रवाल ,हरीश अग्रवाल ,विनय बंसल,डॉअसीमानंद ,चंद्रशेखर शर्मा ,एवं शिव सागर ने भी अपने  अविस्मरणीय घटना संस्मरण प्रस्तुत किये।

रिपोर्ट- असलम सलीमी।