शामली के गाँव-हथछोया में देवस्थली मॉडर्न गुरुकुल एवं होस्टल की स्थापना।


 

हिन्दुस्तान वार्ता।शामली

प्रेमकुल मिशन ट्रस्ट द्वारा सनातन संस्कारों पर आधारित आधुनिक शिक्षा देने के लिए देवस्थली मॉडर्न गुरुकुल की स्थापना की गई है। यह गुरुकुल "संकर किस्म" का विद्यालय होगा अर्थात यहां प्राचीन गुरुकुलीय पद्धति एवं आधुनिक शिक्षा के मिश्रण के आधार पर शिक्षा प्रदान की जाएगी ।        प्रेमकुल मिशन ट्रस्ट की संस्थापक पिंकी पवार द्वारा उत्तर प्रदेश के शामली जनपद के हथछोया गांव में देश के पहले " संकर गुरुकुल" की स्थापना की गई है। 

इस गुरुकुल में छात्रों को राष्ट्रीय पाठ्यक्रम, एनसीईआरटी की पुस्तकों पर आधारित आधुनिक शिक्षा प्रदान की जाती है । गुरुकुल का वातावरण प्राचीन गुरुकुल के जैसा है। इस गुरुकुल की सबसे खास विशेषता यह है कि यहां पढ़ने वाले सभी बच्चे अनिवार्य रूप से श्रीमद् भागवत गीता का अध्ययन करते हैं। गुरुकुल द्वारा अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर पहले ही यह घोषित कर दिया गया है कि देवस्थली गुरुकुल में सभी वर्गों के छात्रों के लिए गीता का अध्ययन अनिवार्य है। यदि किसी को गीता अध्ययन पर आपत्ति है तो वह कहीं अन्यत्र प्रवेश ले ले। प्रेमकुल मिशन ट्रस्ट का मानना है कि गीता संपूर्ण विश्व में सत्य को प्रमाणित करने वाला एकमात्र ग्रंथ है। इसीलिए भारतीय न्याय पद्धति में किसी भी गवाह से सत्य निष्ठा को प्रमाणित करवाने के लिए गीता की शपथ दिलाई जाती है। अतः गीता संस्कार का सबसे बड़ा स्रोत है और गीता अध्ययन के द्वारा ही राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण किया जा सकता है। 

इसी संकल्पना को लेकर के प्रेमकुल मिशन ट्रस्ट की संस्थापक पिंकी पवार ने संकर गुरुकुल संकल्पना पर कार्य शुरू किया है। देश का यह पहला "संकर गुरुकुल" है। इस गुरुकुल को पूर्णत: आवासीय गुरुकुल में परिवर्तित किया जा रहा है। इस समय इस गुरुकुल में डे बोर्डिंग की व्यवस्था की गई है। जहां छात्र/छात्राएं प्रातः 8:00 बजे से सायं 8:00 बजे तक रहकर शैक्षणिक एवं शारिरिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। डे बोर्डिंग के बच्चे बिना स्कूल बैग के विद्यालय में आते हैं और अध्ययन करके घर वापस जाते हैं।  बच्चों की समस्त पाठ्य पुस्तकें विद्यालय लाइब्रेरी में ही रखी जाती है, वहीं आकर बच्चे उनका उपयोग करके घर जाते हैं । 

कई सामाजिक संगठनों ने इस गुरुकुल को मदद करने के लिए हाथ आगे बढ़ाया है, जिनमें दिल्ली के कुछ संगठन शामिल है। देवस्थली गुरुकुल एवं प्रेमकुल मिशन ट्रस्ट की संस्थापिका पिंकी पवार इस क्षेत्र में शिक्षा को आंदोलन के रूप में लेकर महिला एवं बाल विकास के लिए कार्य कर रही है। वह महिला शिक्षा एवं सशक्तिकरण के लिए प्रेम कुल ट्रस्ट के माध्यम से सक्रिय हैं।उन्होंने बताया कि ट्रस्ट द्वारा शीघ्र ही दिव्यांग सशक्तिकरण के लिए भी अभियान शुरू करने की योजना है।

देवस्थली गुरुकुल में जुलाई महीने से होस्टल की शुरुआत हो जाएगी, इस होस्टल में रहने वाले छात्रों को शुरुआत से आईएएस, पी सी एस,मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि की निशुल्क कोचिंग दी जाएगी।

विदित हो कि समाज सेविका पिंकी पंवार द्वारा वर्ष 2016 में हथछोया में ही महिलाओं के लिए देवस्थली विद्यापीठ (डिग्री कालेज) की स्थापना की जा चुकी है जहां सैंकड़ो छात्राएं उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।