देख सुदामा की दीन दशा, करुणा करके ,करुणा निधि रोये। ताज व्यू एपार्टमेंट में हो रही श्रीमद्भागवत कथा में सुदामा चरित्र का हुआ वर्णन।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा: यमुना किनारे, ताज व्यू एपार्टमेंट में हो रही..        

श्री मदभागवत कथा में सुदामा चरित्र प्रमुख रहा। इसमें मित्रता के महत्व को बताया गया।

 श्री वृन्दावन धाम से आचार्य श्री रामकृष्ण जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण चरित्र वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जो शासक प्रजा और देश के विकास, एकता, अखंडता के लिए कार्य करता है, उसे अवांछित तत्वों के मिथ्या आरोपों का भी सामना करना पड़ता है। साक्षात प्रभु श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण, ऐसे आरोपों से नहीं बच पाते, तो साधारण व्यक्ति कैसे बच सकता है। 

श्रीकृष्ण,रुक्मिणी विवाह आदि प्रसंग सुनाने के बाद सुदामा चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि मित्रता में धन या पद और वर्ग भेद रुकावट नहीं होते है। मित्रता इन सबसे ऊपर होती है।जो हमारे दु:ख के समय में बिना किसी संकोच और बिना कुछ बताए हमारा मददगार साबित हो,वही हमारा मित्र और सच्चा हितचिंतक होता है।

 मुख्य यजमान अशोक कुमार गुप्ता एवं मालती गुप्ता ने आरती उतारी एवं श्री मद्भागवत पुराण - व्यास पीठ का 

पूजन किया।

आरती उतारने एवं कथा श्रवण करने वालों में आयुषी गुप्ता, मंजू गुप्ता,पूनम गुप्ता, उदित गुप्ता, पूजा गुप्ता ,राहुल गुप्ता, नीता गुप्ता ,रवि गुप्ता ,रेनू गुप्ता ,राजीव जी, सुशील कुमार गुप्ता ,विपिन गुप्ता, जितेंद्र गुप्ता ,अखिलेश गुप्ता, प्रेम गुप्ता, ,अमित गुप्ता ,अनुराग गुप्ता,दिलीप गुप्ता आदि प्रमुख थे।

रिपोर्ट- ए. के. लोधी।