एमिटी विश्वविद्यालय के छात्रों ने जीता,शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित टॉयकैथान 2022

 



हिन्दुस्तान वार्ता।नोयडा                                  

एमिटी विश्वविद्यालय के छात्र नित्या सोनी और शुभांकित सुधाकर की टीम ने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल द्वारा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सहयोग से आयोजित टॉयकैथान 2022 जो कि अंतर मंत्रालयी पहल है को जीत कर पूरे देश में अपना नाम रौशन किया है। इस अवसर पर एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान और वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने छात्रों को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। विजेता टीम को 25 हजार नगद, ट्रॉफी और सर्टिफिकेट प्रदान किया गया है। 

इस टॉयकैथान 2022 में प्रथम रांउड में देश भर से आये लगभग 1 लाख आवेदनों में 17,770 का चयन किया गया और केवल 7 आइडिया को ग्रैड फाइनल टॉयकैथान में पुरस्कृत किया गया जिसमें एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ एप्लाई सांइस के बीएससी के तृतीय वर्ष के छात्र श्री नित्या सोनी और एमिटी स्कूल ऑफ इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के एमटेक एआई प्रथम वर्ष के श्री शुभांकित सुधाकर द्वारा प्रस्तुत किये गये ‘‘एन - ब्रेल’’ को भी पुरस्कृत किया गया। 

विदित हो कि एमिटी विश्वविद्यालय के छात्र श्री नित्या सोनी ने अपने टीम सदस्य श्री शुभांकित सुधाकर के साथ मिलकर टीम संरक्षक श्री संजीव और डा सुजाता पांडेय के मार्गदर्शन में दृष्टिबाधित लोगों की शिक्षा में तकनीकी प्रगति लाने के लिए एक उपकरण बनाने का दृष्टिकोण या विचार विकसित किया। एन ब्रेल कम लागत का प्रभावी उपकरण है जो सीखने के इच्छुक नेत्रहीनों को शिक्षा प्रदान करने में सक्षम है। 

एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने कहा कि हम सदैव छात्रों को शोध व नवाचार के लिए प्रोत्साहित करते है जिससे हमारे छात्र समाज के सभी वर्गो की समस्याओं के लिए उत्पादों को विकसित करें और संपूर्ण विश्व के कल्याण की दिशा में आगे बढ़े। हम अपने छात्रों पर गर्व है।

 एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान ने कहा कि इस प्रकार के नवविचार समाज के उस वर्ग के लिए लाभदायक सिद्ध होगें जो किसी शारीरिक कमी के कारण शिक्षा ग्रहण नही कर पा रहे है। एमिटी विश्वविद्यालय, छात्रों को अनुसंधान के लिए हर सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

एमिटी विश्वविद्यालय के छात्र श्री नित्या सोनी ने विचारों को साझा करते हुए कहा कि एक बार वे नेत्रहीन व्यक्तियों के विद्यालय गये थे जहां उन्होनें नेत्रहीनों के शिक्षा ना प्राप्त करने की समस्या को देखा और इसी समस्या को दूर करने की प्रेरणा ने उन्हे इस प्रकार के उपकरण को बनाने के लिए प्रेरित किया। यह उपकरण नेत्रहीनों को शिक्षा प्रदान करने में सहायता करता है। उन्होनें कहा कि इस उपकरण को बनाने और टॉयकैथान 2022 में हिस्सा लेने के लिए एमिटी संस्थान के शिक्षकों और निदेशकों द्वारा मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हुआ। हमारी टीम एमिटी इनोवेशन एंड डिजाइन सेंटर के साथ इस आइडिया पर पिछले एक वर्ष से कार्य कर रहे थे।