खादी के बाद,अब लखनऊ चिकनकारी को मिली विशिष्ट पहचान, मिला यूनिक कोड।

 


हिन्दुस्तान वार्ता। शाश्वत तिवारी

 लखनऊ चिकनकारी के इतिहास में पहली बार अवध से जुड़ी, खासकर लखनऊ की दुनियाभर में एक बड़ी पहचान रही, शानदार चिकनकारी कला के साथ - साथ उससे जुड़े हजारों कारीगरों को एक लंबे इंतज़ार के बाद आज एक खास पहचान मिल पाई है । 

लखनउ चिकनकारी हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी अजय खन्ना ने जानकारी देते हुए बताया कि लखनऊ के सांसद एवं देश के रक्षामंत्री, राजनाथ सिंह की पहल, उनकी अहम कोशिशों व सहयोग से ही लखनऊ चिकनकारी को 01, मई, 2022 को यूनिक एच०एस०एन० कोड आवंटित हो गया है।

इस अवसर पर लखनऊ चिकनकारी  हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन के सदस्यों ने आज ताज होटल, गोमती नगर में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राजनाथ सिंह का लखनउ चिकनकारी हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन ने यूनिक एच० एस० एन० कोड दिलवाने में अभूतपूर्व भूमिका निभाने के लिए सम्मान करते हुए उनको धन्यवाद दिया । 

इस अवसर पर बोलते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' का सपना पूरा करने में लखनवी चिकनकारी का बड़ी भूमिका होगी। लखनऊ की इस खास कला का देश-विदेश में बड़ा सम्मान है। देश की अर्थव्यवस्था में हस्तशिल्प का बहुत बड़ा स्थान है, उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का 'लोकल फ़ॉर वोकल' अभियान हस्तशिल्प के लिए वरदान साबित हो रहा है। 

लखनऊ चिकनकारी हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस धन्यवाद कार्यक्रम के अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन, विधायक नीरज बोरा, मुकेश शर्मा, संस्था के अध्यक्ष संजीव अग्रवाल, महामंत्री शालू टंडन, परमेश रस्तोगी, जितेंद्र रस्तोगी,  राजू पंजाबी,  दिलीप खैराजनी,  हर प्रसाद अग्रवाल, चन्द्र प्रकाश गर्ग, सुरेश छबलानी, समीर रस्तोगी, भरत अग्रवाल, दिनेश गुप्ता,  शिशिर सेठ, केo केo रस्तोगी आदि उपस्थित रहे । 

इस धन्यवाद कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ० अलका निवेदन ने किया।