छात्रों के विकास हेतु एमिटी विश्वविद्यालय और टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्किल कांउसिल के मध्य हुआ समझौता।






हिन्दुस्तान वार्ता। नोयडा

व्यवसायिक विकास पाठयक्रमों के संचालन, छात्रों को उद्योग की अपेक्षाओं के अनुरूप तैयार करने, रिक्रुटमेंट, इंर्टनशिप, संयुक्त सम्मेलन, प्रशिक्षण कार्यक्रमों के संचालन आदि हेतु एमिटी विश्वविद्यालय और टूरिस्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्किल कांउसिल (टीएचएससी) के मध्य समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किये गए।

 इस समझौता पत्र टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्किल कांउसिल (टीएचएससी) की चेयरपर्सन सुश्री ज्योती मायल, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला की उपस्थिती में टूरिस्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्किल कांउसिल (टीएचएससी) के सीईओ श्री राजन बहादुर और एमिटी विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. बी. एल.आर्या ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म के डीन डा.एम.सजनानी ने सभी का स्वागत किया।  

टूरिस्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्किल कांउसिल (टीएचएससी) की चेयरपर्सन सुश्री ज्योति मायल ने कहा कि इस एमओयू से युवाओं के कौशल को नये आयाम प्राप्त होगें। उद्योगों की मांग के अनुरूप उद्योगो पर आधारित कौशल युक्त युवा व्यवसायिक तैयार होगें, जो अपनी नौकरी के प्रथम दिन से बेहतरीन परिणाम प्रदान करेगें। आज हॉस्पिटैलिटी और पर्यटन के क्षेत्र में युवाओं के लिए काफी सारे अवसर उपलब्ध हो रहे है। महामारी के उपरांत उद्योगों में नये मानक विकसित हो रहे हैं,जिसके लिए नव कौशल युक्त, मूल्य आधारित युवाओं को तैयार करना होगा, जिससे हम देश के स्किल इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के मिशन में भी सहायक हो सकें।

 एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने संबोधित करते हुए कहा कि भारतीयों में विश्व के अन्य लोगों की तुलना में प्रतिभा अधिक है और आतिथ्य सेवा जैसे गुण हमारे रक्त में सदियों से व्याप्त है। इस समझौता पत्र के आधार पर हम कौशल और प्रशिक्षण विकास सहित कई क्षेत्रों में मिलकर कार्य करेगें। हम हॉस्पिटैलिटी और पर्यटन क्षेत्र के जरिए किस प्रकार अपनी जीडीपी में और अधिक सहयोग कर सकते हैं, इस पर भी विचार करना होगा। कौशल विकास में टूरिस्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्किल कांउसिल महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

 एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थान एवं उद्योगों के सहयोग से देश का विकास संभव है। हमारा मुख्य उददेश्य उद्योगों की मांग के अनुरूप कौशल युक्त प्रतिभावान छात्र तैयार करना है जिससे वे उद्योगों की समस्याओं का निराकरण कर सके। महामारी के बदलते वक्त में भी हम हॉस्पिटैलिटी और पर्यटन क्षेत्र के प्रति आशावान थे कि महामारी के उपरांत यह उद्योग तेजी से प्रगती करेगा। एमिटी में हम छात्रों को सदैव समाज, उद्योग और देश के लिए सहयोग करने के लिए प्रेरित करते है।

 टूरिस्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्किल कांउसिल (टीएचएससी) के सीईओ श्री राजन बहादुर ने संबोधित करते हुए कहा कि आज युवाओं के संपूर्ण विकास के लिए अकादमिक और उद्योग जगत के दो बड़े संस्थान एक साथ आ रहे है। व्यवसायिक शिक्षा, रोजगार आधारित शिक्षा होती है ,जो अधिक प्रयोगिक होती है और छात्रों को बेहतरीन प्रर्दशक बनाने के साथ रोजगार के लिए तैयार करती है। आज कई भारतीय, हॉस्पिटैलिटी और पर्यटन के वैश्विक संस्थानो में देश का प्रतिनिधित्व कर रहे है। एमिटी के साथ इस एमओयू के जरिए हम छात्रों को बेहतरीन अकादमिक शिक्षा, कौशल से युक्त बना कर उन्हे उद्योगों के अनुरूप तैयार करेगें।

 एमिटी विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिस्म के डीन डा एम सजनानी ने स्वागत करते हुए कहा कि इस समझौता पत्र के अंर्तगत हम देश के स्किल इंडिया मिशन में सहभागी बनेगे और युवाओं को कौशलयुक्त बनायेगें। इस एमओयू के उददेश्य को पूरा करने का हर संभव प्रयास किया जायेगा।

इस अवसर पर टूरिस्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्किल कांउसिल (टीएचएससी) के हेड - स्टैंडर्डस डा सुनिता बाधवार, क्राउन प्लाजा के एरिया डायरेक्टर श्री रिषभ टंडन आदि ने अपने विचार रखे।