हिन्दुस्तान वार्ता।
आगरा। प्रोगेसिव एसोसिएशन ऑफ पैरेंट्स(टीम पापा) के संरक्षक, मनोज शर्मा ने मिले-जुले नामों के संगठनों पर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि शहर में चाहे कितने भी संगठन बनें, इससे उन्हें कोई शिकायत नहीं है,परन्तु मिलते -जुलते नाम रख कर ,आम जनता को गुमराह करना, तथा ये कहना कि हाँ यही टीम पापा , संगठन है। ये गलत बात है।
उन्होंने इस सम्बंध में औऱ भी कहा... सुधी पाठक ..अवश्य पढ़ें.. उन्हीं के लिखे को....👎
उन्होंने कुछ फ़ोटो भी भेजे हैं, उन्हें आप न्यूज से ऊपर देखें।
मीडिया बन्धुओं... सादर नमस्कार।
आप सम्मानित साथियों ने , शुरू से ही अविभावक आंदोलन को ज्वलंत बनाने में , अपने प्रतिष्टित समाचार पत्र / इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की इस आंदोलन यज्ञ में मुद्दे प्रकाशन की, पवित्र आहुति देकर अविभावकों के लिये जो प्यार दिखाया है ,उसके लिये संस्था आपका हृदय से आभार व्यक्त करती है ,
माहोदय आज आपसे कुछ दिल से कहना चाहता हूँ ,
इस शहर अविभावक संगठन 10 हो यह अच्छी बात है , इससे अविभावक मजबुत होगा व अविभावकों को प्राइवेट विद्यालयो के शोषण से राहत मिलेगी,पर एक संगठन से मिलते जुलते नाम से संगठन खड़ा करना बुरी बात है।
एक संगठन के आंदोलन को अपना आंदोलन बताना , और भी बुरी बात है।
एक संगठन का लोगो , हेल्पलाइन नम्बर , एफ़0 बी0 पेज अपने नाम कर लेना कितनी बुरी बात है आप समझ सकते है
पहले संस्था के आंदोलनों को अपना बताना , फिर संस्था के आंदोलनों की नकल करना ,
अब संस्था का आंदोलन के नाम से, मिला जुला नाम रख कर अपने नाम से चलाना , उस पर भी संस्था का नाम बैनर में प्रिंट कर लोगो को 2 साल पहले बनी संस्था को अपना बताना।
*कितनी बुरी बात है* शर्मनाक
आपको इस विषय से अवगत कराना मेरा कर्तव्य था ,
आपका सम्मानित मीडिया , इससे संबंधित प्रकाशन पर क्या निर्णय लेता है वह आपका सम्मानित विवेक शील फैसला ही होगा ,
धन्यवाद ! 🙏
मनोज शर्मा
संरक्षक /संस्थापक
प्रोग्रेसिव एसोसिएशन ऑफ पैरेंट्स - टीम पापा
मोब - 9536594413
*:- संस्था हेल्पलाइन:-*
9758336668