भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है योग- मीनाक्षी लेखी।



हिन्दुस्तान वार्ता।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को लेकर लेकर देश के साथ-साथ विदेशों में भी तैयारी तेज हो गई हैं। पिछले कुछ महीनों से विभिन्न संस्थाओं और संस्थानों की सहायता से देश भर में शिविर लगाए जा रहे हैं। वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय अपने विभिन्न दूतावासों और उच्चायुक्तों की सहायता से विदेशों में योग से जुड़ी गतिविधियों का आयोजन करवा रहा है।

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इस वर्ष 75 विरासत स्थलों से योग करते दिखेंगे भारत सरकार के 75 मंत्री।

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विदेश एवं संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि योग भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। भारत सांस्कृतिक विरासत की विविधता को साझा करने में विश्वास रखता है। यह भारत सरकार के अथक प्रयासों का ही परिणाम है कि आज योग को पूरे विश्व में एक नई पहचान मिली है। 

आपको बता दें कि विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी पिछले कुछ महीनों में कई देशों की आधिकारिक यात्रा कर चुकी हैं। जिनमें वियतनाम, पनामा, होंडुरास चिली, कजाकिस्तान और किर्गिस्तान जैसे कई देश शामिल हैं। इस दौरान उन्होंने वहां न केवल द्विपक्षीय संबंधों पर बल्कि संस्कृति और भारतीय योग पद्धति से जुड़े विषयों पर गहन चर्चा की है। इसके साथ ही विभिन्न देशों में भारतीय दूतावासों की सहायता से “आजादी का अमृत महोत्सव” समारोह के अंतर्गत आयोजित किए गए योग शिविर कार्यक्रमों में शामिल होकर इसे वैश्विक स्तर पर बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रही हैं।  

गौरतलब है कि इस बार योग दिवस के अवसर पर “आजादी का अमृत महोत्सव” समारोह के तहत देश भर के 75 ऐतिहासिक विरासत स्थलों से भारत सरकार के 75 मंत्री योग करते नज़र आयेंगे। चूंकि कोविड के दौरान योग सभी को एक साथ लाने और दुनिया भर में एकता की भावना को बढ़ावा देने में सक्षम रहा है। इसलिए सरकार की तरफ से इस बार योग दिवस की थीम “मानवता के लिए योग” निर्धारित की गई है।

योग आज दुनिया में एक नई शक्ति के रूप में उभरा है। विश्व में योग दिवस को एक नई पहचान मिली है। विश्व के लगभग सभी देशों में बड़े उत्साह के साथ 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। जिसके कारण आज लाखों लोग योग से लाभान्वित हो रहे हैं।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)