महाराष्ट्र : एकनाथ शिंदे सरकार के बहुमत परीक्षण से पहले उद्धव ठाकरे धड़े को बड़ा झटका।

 


हिन्दुस्तान वार्ता।विशाल गाँधी

महाराष्ट्र: महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन यानि सोमवार को सबकी निगाहें एकनाथ शिंदे सरकार पर है. आज शिंदे सरकार को फ्लोर टेस्ट का सामना करना है. रविवार को भाजपा के उम्मीदवार राहुल नार्वेकर के स्पीकर बनते ही शिंदे सरकार ने पहली परीक्षा पास कर ली. यहां चर्चा कर दें कि जून में करीब 10 दिनों तक चले सियासी ड्रामे के बाद सूबे की महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गयी थी. उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद शिंदे ने मुख्यमंत्री पद संभाला है. वहीं, भाजपा की ओर से देवेंद्र फडणवीस को उप मुख्यमंत्री का पद दिया गया है।

भाजपा नेता राहुल नार्वेकर महाराष्ट्र बने अध्यक्ष:-

भाजपा नेता राहुल नार्वेकर को रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा का अध्यक्ष चुन लिया गया. नार्वेकर को 164 मत मिले और उन्होंने उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना के उम्मीदवार राजन साल्वी को पराजित कर दिया, जिन्हें 107 वोट ही मिल सका. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि नार्वेकर देश में अब तक के सबसे युवा विधानसभा अध्यक्ष हैं. उनके ससुर और एनसीपी नेता रामराजे नाइक विधान परिषद के सभापति हैं. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार को सोमवार को 288 सदस्यीय विधानसभा में विश्वास मत का सामना करना होगा।

शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग:-

एकनाथ शिंदे गुट ने आदित्य ठाकरे समेत शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग की है. शिंदे गुट के भारत गोगावाले ने नये स्पीकर राहुल नार्वेकर को एक पत्र सौंपा है. इसमें कहा गया है कि 16 विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन किया है, इसलिए इनकी सदस्यता रद्द हो. हालांकि, शिवसेना (ठाकरे पक्ष) भी शिंदे गुट के बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. शिवसेना के मुख्य सचेतक सुनील प्रभु ने नार्वेकर को पत्र लिख कर 39 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

शिवसेना के अजय चौधरी को विधायक दल के नेता पद से हटाया गया:-

 गौर हो कि महाराष्ट्र विधानसभा में एकनाथ शिंदे सरकार के बहुमत परीक्षण से एक दिन पहले उद्धव ठाकरे धड़े को बड़ा झटका लगा है. रविवार रात को महाराष्ट्र विधानसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष ने शिवसेना विधायक अजय चौधरी को पार्टी विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है. विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के कार्यालय द्वारा जारी पत्र में शिंदे को शिवसेना के विधायक दल के नेता के रूप में बहाल करने का काम किया गया जबकि ठाकरे गुट से संबंधित सुनील प्रभु को हटाकर शिंदे खेमे के भरत गोगावले को शिवसेना के मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया गया।