रक्षाबंधन पर्व पर बेसब्री नजर आई।

 




हिन्दुस्तान वार्ता।

रक्षाबंधन का त्यौहार अपने आप में भाई बहनों के अटूट प्रेम की डोर को प्रदर्शित करता है। बहिनें अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधकर, यही मन्नत मांगती हैं कि हम और वे, जब तक जीवित रहे प्रेम के बंधन में बंधकर,इस प्रेम के रिश्ते को निभाए।

 रक्षाबंधन के पर्व पर आम जनमानस की भीड़ दिखाई दी। माताएं-बहिनें अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने को आतुर नजर आईं। 

  ऐसा ही नजारा जिला जेल के बाहर देखने को मिला।

यहां माताएं-बहने-बेटियां अपने भाई-बाबुल के कलाई में राखी बांधने के लिए लंबी कतार में लगी दिखी। कोई थक कर खड़ी, तो कई लाइन में बैठ भी गई। बस ! उनके मुखारविंद पर बेसब्री-आतुरता के भाव साफ नजर आ रहे थे। 

कई बहिनों में देरी के कारण मायूसी-उदासी भी नजर आ रही थी। परन्तु बस!एक ही मकसद जिसे पूरा करना है, कि भाई की कलाई में राखी बाँधनी है।

खैर.. समय तो लगा,परन्तु उनकी दिली इच्छा को पूरी करने में जेल प्रशासन ने भी सहयोग किया।सभी माताओं-बहिनों ने अपने-अपने,भाई-बाबुल की कलाई में राखी बाँधीं।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।