22 वर्ष व्यतीत होने के बाद भी नहीं भरे अधिवक्ताओं के जख्म।




 हिन्दुस्तान वार्ता।आगरा-किरावली

26 सितंबर 2001 लगभग 22 वर्ष पूर्व दीवानी न्यायालय परिसर में खंडपीठ स्थापना की मांग को लेकर वकीलों और पुलिस के बीच हुए हिंसक संघर्ष के दौरान सैकड़ों वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पुलिस लाठीचार्ज से बौखलाए अधिवक्ताओं ने कई सरकारी वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। पुलिस उत्पीड़न के विरोध को लेकर अधिवक्ता 26 सितंबर को काला दिवस के रूप में मनाते चले आ रहे हैं।तहसील किरावली के अधिवक्ताओं ने भी खंडपीठ स्थापना और पुलिस लाठी चार्ज के विरोध में काला दिवस मनाते हुए न्यायिक कार्यों का बहिष्कार किया तथा प्रदर्शन करते हुए उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गए ।

26 सितंबर 2001 को दीवानी न्यायालय में खंडपीठ स्थापना की मांग को लेकर पुलिस प्रशासन और अधिवक्ताओं के बीच हिंसक संघर्ष हो गया था। लाठीचार्ज से सैकड़ों अधिवक्ता गंभीर रूप से घायल हुए थे। तभी से आगरा जनपद के अधिवक्ता 26 सितंबर को काला दिवस के रूप में मनाते चले आ रहे हैं प्रदर्शन में अध्यक्ष मुनीश लवानिया मोरध्वज सिंह इंदौलिया अनेक सिंह वर्मा मधु चाहर गजेंद्र इंदौलिया दिगंबर सिंह चाहर राम स्वरूप शर्मा देवेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।

रिपोर्ट-आर. के. लवानिया।