सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा के प्रतिनिधि मंडल ने की आगरा एअरपोर्ट डायरेक्टर से मुलाक़ात।



-माल ढुलाई में आगरा एयरपोर्ट प्रदेश के पहले तीन एयरपोर्टों में।

-सी सी टी वी सर्विलांस क्षमता दुगनी,फ्री वाई फाई भी शीघ्र उपलब्‍ध।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा: एयरपोर्ट डायरेक्टर ए.ए.अंसारी ने कहा है कि सिविल एयरपोर्ट से 'एयर कार्गो ऑपरेशन' बढाये जाने के प्रयास फलीभूत होना शुरू हो गये हैं। वर्तमान में माल ढुलाई की दृष्टि से लखनऊ और वाराणसी के बाद प्रदेश का तीसरे नंबर का हवाई अड्डा बन चुका है।

श्री अंसारी ने कहा कि आगरा एयरपोर्ट से सामान की ढुलाई के लिये जरूरी व्‍यवस्‍थाएं की जा चुकी है,अब इनकी जानकारी उन सभी लक्षित उत्‍पादकों और कारोबारियों तक पहुंचने का प्रयास है जो अंतर्देशीय आयात और निर्यात की  अपनी जरूरतों के लिये यहां का उपयोग कर सकते हैं। सिविल एयरपोर्ट आगरा प्रदेश के अन्य सिविल एयरपोर्टों में सबसे अधिक कारोबारी संभावनाओं वाला एयरपोर्ट है। थोडे से ही प्रचार मात्र से दो महीने के भीतर ही इसके माध्यम से जितना आंतर्देशीय आयात और निर्यात हुआ वह वाराणसी और लखनऊ के हवाई अड्डों के अलावा सबसे अधिक है।

उन्होंने कहा कि माल की एयरक्राफ्ट में लोडिंग और अनलोडिंग के लिए एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल मानकों के अनुरूप पर्याप्त व्यवस्था है। फिलहाल यहां सबसे ज्यादा फ्लाइटें इंडिगो एयरलाइंस के द्वारा ऑपरेट की जा रही हैं,उम्मीद है कि अन्‍य एयरलाइंसों के ऑपरेशनों को भी यहां से अपने ऑपरेशन शुरू करने में यह एक बड़ा आकर्षण साबित होगा।

उन्होंने बताया कि इंडिगो एयरलाइंस वर्तमान में आगरा सिविल एन्‍कलेव पर अपने ऑपरेशन सबसे ज्यादा शेड्यूल्‍ड फ्लाइट आप्रेशन कर रही है।फ्लाइटों के संचलन की समय बद्धता और नियमित्‍ता इसकी यात्री और माल ढुलाई आदि कारोबारी गतिविधियों के विस्तार की मुख्य वजह है।

सी सी टी वी कैमरे एवं इंटरनेट सुविधा,कैमरो के माध्‍यम से एन्‍कलेव पर  निगरानी की क्षमता शीघ्र ही दुगनी हो जायेगी।यात्रियों की सुविधा के लिये एन्‍कलेव में इंटरनेट की वाई फाई ( Wireless Fidelity) सुविधा भी उपलब्ध करवायी जा रही है।कोई भी यात्री अपने स्मार्ट फोन पर ओटीपी प्राप्त कर आधे घंटे के लिये निशुल्क वाई फाई इस्तेमाल कर सकेगा।

2021 से मुकदमे की तारीख ही नहीं पड़ी:

एयरपोर्ट डायरेक्टर ने बताया कि धनौली में चिन्हित स्थान पर  सिविल एन्‍कलेव शिफ्ट होने के मामले में कोई भी कार्यवाही केवल सुप्रीम कोर्ट के डायरेक्शन के बाद ही संभव हो सकेगी।फिलहाल  यह मामला 2021 से सुनवाई को पेंडिंग है। एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से इसमें अपनी ओर से अपने से संबंधित बिन्दुओं पर  हलफनामा दाखिल किया जा चुका है।

एन्‍कलेव पर देशी यात्रियों की बढ़ी भीड़:

सिविल एयरपोर्ट पर अब भीड -भाड काफी बढ़ती ही जा रही है, विदेशी यात्रियों की तुलना में देशीय यात्री अधिक होते हैं। इनमें ज्यादातर वे हैं , जो समय की कमी या ट्रेन रिजर्वेशन न मिल पाने के बावजूद यात्रा करना चाहते हैं। मुंबई,बैंगलोर, हैदराबाद और गोवा की कनेक्टिंग फालइटों के लिये तो नॉन टूरिस्ट सीजन में भी यात्रियों की भरपूर संख्या उपलब्‍ध रही है।ज्‍यादातर यात्री अपने गंतव्य के लिए सीधी फ्लाइट पकड़ना ही उपयुक्त मानते हैं।

इंडिगो की कार्गो ऑपरेशन का विस्तार होगा:

इंडिगो एयरलाइंस के कार्गो ऑपरेशन इंचार्ज श्री विकास कुमार  ने बताया कि अब तक जो उत्‍पाद या सामान एयरलाइंस के माध्‍यम से आया गया गया है उसमें चमड़े के उत्पाद,चांदी और चांदी के उत्पाद शामिल हैं। जूता निर्यातकों ने भी एयरलाइंस की फ्लाइटों को ही अपने निर्यात के सामान को पोर्ट सिटी तक पहुंचाने के लिये उपयुक्त एवं सुविधाजनक माना है।

कार्गो आप्रेशन इंचार्ज ने जब अपनी सुविधा के संभावित उपभोक्ताओं से संपर्क करने को लेकर उत्सुकता जताई तो सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा  के जनरल सेक्रेटरी ने आगरा के कारोबारियों और कारखाना संचालकों के दो मुख्य संगठन के बारे मे जानकारी देकर कहा कि इनके साथ बैठक कर अपने संभावित उपभोक्ताओं तक सहजता के साथ पहुच सकते हैं। इन संगठनों के पदाधिकारियों के संपर्क पते और मोबाइल उपलब्ध करवाने को अध्श्‍वस्‍त किया।  

चेन्नई से सीधी कनेक्टिविटी का मुद्दा:

इंडिगो के एयरपोर्ट मैनेजर प्रवीण भारद्वाज ने आगरा से चेन्नई के लिये फिलहाल बैंगलोर होकर एयर कनेक्टिविटी मौजूद है,हालांकि चेन्नई से आगरा की सीधी कनेक्टिविटी की लगातार मांग आ रही है। लोड और पैसेंजर दोनों की ही दृष्टि से इसके लिये भरपूर संभावनाएं प्रतीत होती है। एयरलाइंस एडमिस्‍ट्रशन को इससे अवगत करवाया जा रहा है,जिससे  जब भी नयी फ्लाइटें शुरू हों या या रीशेड्यूलिंग करेगा ,यह भी विचारणीय होगा।

एयरपोर्ट डायरेक्टर और इंडिगो एयरलाइंस के अधिकारियों से मिलने वाले सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के जनरल सेक्रेटरी अनिल शर्मा जी के अलावा सोसायटी के सदस्य बरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्‍सेना भी शामिल थे।