मानव जाति को भोजन देगा,दुनिया का सबसे बड़ा बीज भंडार।

  


हिन्दुस्तान वार्ता।

 भविष्य में किसी कारण से अगर पूरी दुनिया से फलों, सब्जियों तथा अन्य भोज्य पदार्थों का खात्मा हो जाए तो क्या होगा? दुनिया ध्रुवीय हिम के पिघलने से तबाह हो जाये तो क्या होगा? इन्ही सवालों का हल निकालने के लिए उत्तरी ध्रुव और नार्वे के बीच स्थित स्वालबार्ड पर दुनिया का सबसे बड़ा बीज भंडार बनाया गया है, जहाँ भारत सहित कई अन्य देशों से जुटाए गए बीज इस तिजोरी में जमा किये जाते हैं। अगर भविष्य में भोज्य पदार्थों का खात्मा हो जाए तो यह बीज भंडार मानव जाति को भोजन उपलब्ध करा सकेंगे। विशेष वैज्ञानिक तकनीक से बनायी गयी तिजोरी का मकसद वैज्ञानिकों द्वारा 25 करोड़ फसलों के बीजों और प्रजातियों को बचाना है। खास बात यह है कि यदि कभी दुनिया ध्रुवीय हिम के पिघलने से तबाह हो भी गई, तब भी यहाँ सब-कुछ सुरक्षित बचा रहेगा।

नॉर्वे में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि हाल ही में 12 अक्टूबर को नॉर्वे में भारत के राजदूत डॉo बीo बाला भास्कर ने ग्लोबल सीड वॉल्ट में भारतीय जर्मप्लाज्म को सुरक्षा डुप्लिकेट के रूप में जमा किया।

स्वालबार्ड में ख़ास रूचि क्यों?

स्वालबार्ड आर्कटिक महासागर में स्थित एक द्वीप समूह है। अट्ठारहवीं शताब्दी में डच और डेनमार्क के कैदियों को सज़ा देने के लिये एक विकल्प के तौर पर स्वालबार्ड भेजा जाता था। बाद में स्वालबार्ड एक पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित हो गया। स्वालबार्ड में खास रूचि इसलिये भी है, क्योंकि बीज भंडार के अलावा यहाँ ग्लोबल वार्मिंग और ध्रुवीय तकनीक पर शोध के लिये एक संस्था भी स्थापित की गई है। यहाँ ध्रुवीय भालू, रेनडियर, और कुछ समुद्री स्तनधारी मिलते हैं। इसका 60 प्रतिशत भू-भाग ग्लेशियर से ढँका हुआ है।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)