द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा के साथ भारतीय सैनिकों की स्मृति को किया सम्मानित।

 


हिन्दुस्तान वार्ता।

विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने मिस्र में विदेश नीति समेत अन्य क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों से मुलाकात की और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की, उनकी इस दो दिवसीय यात्रा का उद्देश्य अहम अफ्रीकी देश के साथ भारत की साझेदारी में नयी पहलों को तलाशना था। यात्रा के दौरान उन्होंने कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव कब्रिस्तान में भारतीय सैनिकों की स्मृति को सम्मानित भी किया. साथ ही मिस्र में भारतीय समुदाय को भी सम्बोधित किया।

विदेश मंत्री डॉo एसo जयशंकर ने ट्वीट कर कहा कि काहिरा में हेलियोपोलिस कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव कब्रिस्तान में भारतीय सैनिकों की स्मृति को सम्मानित किया। भारतीयों ने दुनिया भर में मानवता की सेवा में बलिदान दिया है। वे हमें प्रेरित करते हैं क्योंकि हम एक अधिक समकालीन और न्यायसंगत वैश्विक व्यवस्था बनाने का प्रयास करते हैं।

राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से की मुलाकात:

विदेश मंत्री डॉ० एस० जयशंकर ने रविवार को मिस्र यात्रा के दौरान राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा कीं। अपनी मुलाकात की जानकारी देते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट कर कहा मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी से भेंट कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं और एक व्यक्तिगत संदेश दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंधों के विभिन्न आयामों को और विकसित करने में राष्ट्रपति सीसी के मार्गदर्शन की वे तहेदिल से सराहना करते हैं।

विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने कहा हमने कोविड के दौरान भारतीयों को घर वापस लाने के लिए एक अभूतपूर्व प्रयास किया। यह आज का भारत है, जो बड़े काम करने में सक्षम है। इसने साबित कर दिया है कि यह चुनौतियों का सामना कर सकता है। विश्व की फार्मेसी के रूप में भारत की प्रतिष्ठा के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि चिकित्सा उद्देश्यों के लिए भारत आने वाले विदेशियों की संख्या पर लोग आश्चर्यचकित होंगे।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)