यू.पी. के गांव कोंडर में घुसे मगरमच्छ को वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस और वन विभाग ने बचाया।

 


हिन्दुस्तान वार्ता।

फिरोजाबाद:देर रात के रेस्क्यू और रिलीज़ ऑपरेशन में, वन्यजीव संरक्षण संस्था वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस ने उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में स्थित कोंड़र गांव से लगभग 4 फुट लंबे मगरमच्छ का रेस्क्यू किया। 

उत्तर प्रदेश वन विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में मगरमच्छ को सफलता पूर्वक पकड़ने के बाद,उसे प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया।

  बुधवार की रात को उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में स्थित कोंड़र गांव के पास देर रात एक मगरमच्छ देखा गया।

 गड्ढे में भरे पानी में मगरमच्छ को देख, गांव के निवासी हैरान रह गए और तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी।

 जिसके बाद वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस को भी हेल्पलाइन (+91-9917109666) पर घटना से अवगत कराया गया।

आवश्यक बचाव उपकरणों से लैस, वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस रैपिड रिस्पांस यूनिट ने स्थान तक पहुंचने के लिए करीब 100 किमी की दूरी तय की। सभी मानक प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, टीम ने सावधानी पूर्वक 4 फुट लंबे मगरमच्छ को बाहर निकाला। मगरमच्छ को स्वस्थ पाया गया और वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में उपयुक्त आवास में छोड़ दिया गया।

 वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस के सह-संस्थापक और सी.ई.ओ, कार्तिक सत्यनारायण ने कहा कि 'हमने अतीत में भी फिरोजाबाद जिले से अनेक मगरमच्छ पकड़े है। लोगों में वन्यजीवों के प्रति जागरूकता बढ़ रही है।

 हालांकि, आधी रात में मगरमच्छ को देखना किसी को भी अचंभित कर सकता है। हमारा उद्देश्य लोगों को उन कारणों से अवगत कराना है, जो मगरमच्छों को मानव बस्तियों के समीप आने के लिए मजबूर करते हैं जिससे इस प्रजाति के संरक्षण में सहायता मिल सके।

 वाइल्डलाइफ एस.ओ.एस के डायरेक्टर कंज़रवेशन प्रोजेक्ट्स, बैजूराज एम.वी ने कहा कि.. “मगरमच्छ अक्सर तालाब, नदी, झील और दलदल सहित मीठे पानी में पाए जाते हैं और वे अधिक उपयुक्त आवास की तलाश में भूमि पर काफी दूरी तय कर सकते हैं। हमें उत्तर प्रदेश वन विभाग की सहायता करने और मगरमच्छ को उपयुक्त आवास में स्थानांतरित करने में खुशी हो रही है।