यूपी: पहली पर्यटन राजधानी के रूप में नामित हुई "काशी"।

 


हिन्दुस्तान वार्ता। दिल्ली

राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने भारत की विदेश नीति में हो रहे लगातार विकास की सराहना की। राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि देश के बढ़ते वैश्विक हितों, विस्तार के पदचिह्न और अधिक गहन साझेदारी के बीच भारत की कूटनीति जारी रही है। संसद में 'भारत की विदेश नीति में नवीनतम विकास' पर अपनी टिप्पणी करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पिछले मानसून सत्र के बाद से भारत की कूटनीति में तेजी आई है। 

राज्यसभा में बोलते हुए विदेश मंत्री डॉo एसo जयशंकर ने कहा कि भारतीय विदेश नीति भारतीय लोगों की सेवा के लिए है। हम उस जिम्मेदारी का निर्वहन करने के लिए जो भी करना होगा करेंगे।

राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान विदेश मंत्री डॉo एसo जयशंकर ने भारत द्वारा जी20 की अध्यक्षता ग्रहण करने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि भारत में जी20 की बैठकें शुरू हो चुकी हैं। हमारा प्रयास इनमें से 200 बैठकों को भारत में ही अलग-अलग स्थानों पर आयोजित करने का है। हमारा जोर इसके जरिए भारत के विकास की कहानी साझा करने पर होगा। 

काशी को एससीओ सांस्कृतिक और पर्यटन राजधानी नामित करने पर ख़ुशी जताते हुए उन्होंने कहा कि सदन को सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि काशी को 2022-23 के लिए पहली एससीओ सांस्कृतिक और पर्यटन राजधानी के रूप में नामित किया गया है। यह हमारी सदियों पुरानी ज्ञान विरासत और हमारी सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक देशों के समक्ष प्रदर्शित करने की सुविधा प्रदान करेगा।

रूस से तेल खरीदने को लेकर दुनिया में भारत पर उठे सवालों के बारे में जवाब देते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि हम अपनी कंपनियों से रूसी तेल खरीदने के लिए नहीं कहते हैं। हम उनसे वह खरीदने के लिए कहते हैं जो उनके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। यह बाजार पर निर्भर करता है इसके अलावा समझदारी भरी नीति यह है कि जहां सबसे अच्छा और सस्ता सौदा मिले वहां से खरीदा जाए। यह भारतीय लोगों के हित में भी है।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)