इप्टा का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन झारखण्ड में सम्पन्न।



हिन्दुस्तान वार्ता।झारखंड

डाल्टनगंज:17 , 18, 19 मार्च 2023 को इप्टा का 15वां राष्ट्रीय सम्मेलन झारखंड के डाल्टनगंज में हुआ। इस बार लगभग पूरे भारत से 600 प्रतिभागी ,कलाकारों ने भाग लिया।यह सम्मेलन कई दृष्टिओं से विशिष्ट रहा। आयोजन में न केवल रंग प्रस्तुतियां बल्कि समकालीन परिदृश्य:मुद्दे और रचना कर्म के अंतर्गत -खेती किसानी का संकट, सामाजिक न्याय ,आर्थिक असमानता एवं सांप्रदायिकता, वैज्ञानिक चेतना और तर्क, पर्यावरण ,जेंडर के सवाल विषयों पर दो सत्रों में विषय विशेषज्ञों ने अलग-अलग समूह में कार्यशाला आयोजित की।

 इप्टा की भावी प्रस्तुतियों में गीत नाटकों में इन विषयों को मजबूती से उठाने की कार्यनीति और दिशा को तय किया।

अगले सत्र में इन कार्यशाला के निष्कर्ष प्रतिभागी साथियों ने प्रस्तुत किए।   

इससे पूर्व इप्टा के झंडारोहण के बाद रंग यात्रा निकली जिसमें विभिन्न प्रदेशों के दलों ने भाग लिया।उत्तर प्रदेश के दल में 33 सदस्य थे।

 इसके बाद उद्घाटन सत्र और इप्टा से जुड़ी पुस्तकों का विमोचन हुआ,जिसमें विशेष रुप से 'इप्टा  की अनकही कहानियां' लेखक- कॉमरेड निरंजन सेन (पूर्व महासचिव इप्टा) की मूल अंग्रेजी पुस्तक का अनुवाद जाहिद खान द्वारा किया गया है।

इस बार इप्टा में अलावा, बाहर के श्रेष्ठ कलाकारों को प्रदर्शन के लिए आमंत्रित किया गया, जिसमें सूफ़ी गायक मीर मुख्तार अली,लोक गायका नेहा सिंह राठौर ,नाटककार लकी गुप्ता, गायक महेंद्र पाल सिंह ,पंडवानी कलाकार सीमा घोष,नृत्य निर्देशिका स्वेता सिन्हा और  इप्टा की इकाइयों के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतिदिन शाम 6बजे से रात 10 बजे तक बड़े मैदान में हजारों दर्शकों के सामने प्रस्तुत हुए। दर्शकों ने इसका भरपूर आनंद लिया।

इप्टा की नई कार्यकारिणी का चयन किया गया ,जिसमें महिलाओं और युवाओं के कंधों पर संगठन का जिम्मा सौंपा गया। अध्यक्ष प्रसन्ना ,कार्यकारी अध्यक्ष राकेश ,महासचिव तनवीर अख्तर बने। आगरा से डॉ ज्योत्स्ना रघुवंशी उपाध्यक्ष ,दिलीप रघुवंशी सयुंक्त सचिव और श्रीमती भावना रघुवंशी का चयन किया गया।

 झारखण्ड इप्टा के शैलेन्द्र और उपेंद्र मिश्रा की मेज़बानी में सम्मेलन सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।

रिपोर्ट-असलम सलीमी।