100 एपिसोड: भारतीय कारीगरों को मिला वैश्विक मंच,विकास में योगदान देने वाले विभिन्न विषयों पर की चर्चा।



हिन्दुस्तान वार्ता।

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को मन की बात के 100 वें,एपिसोड को पूरा किया। पीएम के रेडियो कार्यक्रम ने नागरिकों के लिए पीएम मोदी के साथ जुड़ने के लिए एक मंच के रूप में काम किया है,जिसमें देश भर के नागरिक,भारत के विकास में योगदान देने वाली विभिन्न चीजों पर प्रकाश डालते हैं।

 रविवार का दिन इसलिए खास था क्योंकि कार्यक्रम ने 100 एपिसोड पूरे कर लिए थे। यह विशेष अवसर न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में भारत के कई मिशनों और दूतावासों में मनाया गया।

भारत के अधिकांश मिशनों ने'मन की बात' के 100वें एपिसोड का सीधा प्रसारण किया और यह केवल कुछ देशों में ही नहीं बल्कि सभी वैश्विक क्षेत्रों में था। चाहे वह यूरोप,एशिया या अफ्रीका हो। फ्रांस,सऊदी अरब,आसियान, पैराग्वे और संयुक्त राज्य अमेरिका में मिशनों ने भी ऐसे सत्रों की मेजबानी की। 

मिशनों ने लाइव क्विज़ जैसे साइड इवेंट्स की भी मेजबानी की। भारतीय प्रवासी भी पीएम मोदी के संबोधन को सुनने में उत्सुक दिखाई दिए।

इसके अलावा पीएम के संबोधन का सीधा प्रसारण किया गया और संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने भी इसे देखा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने ट्वीट किया, एक विलक्षण संबंध। 

संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय न्यूयॉर्क में ट्रस्टीशिप काउंसिल के विशेष क्षण जहां मन की बात का100वां लाइव हुआ,जिससे सभी प्रेरित हुए।

इस मन की बात कार्यक्रम ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे भारत के प्रयासों ने विजयशांति देवी के उदाहरण का हवाला देते हुए स्थानीय कारीगरों को एक वैश्विक मंच तक पहुंचने में सक्षम बनाया है,जहां उनके कमल फाइबर उत्पादों को संयुक्त राज्य अमेरिका में निर्यात किया जा रहा है,जो भारत के 'local for global' के लक्ष्यों को पूरा करता है।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)