चैम्बर के प्रतिनिधि मंडल ने क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-1 से की शिष्टाचार भेंट,सौंपा ज्ञापन।

 


उद्यमियों का नहीं होगा उत्पीड़न:क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-1 विनीत गुप्ता। 

अधिकतम 5 वर्ष तक के अभिलेख देखने का नियम शीघ्र लागू होगा। 

शीघ्र चैम्बर के साथ करेंगे एक बैठक।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा:22 जून, सायं 3 बजे चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल की अध्यक्षता में चैम्बर के प्रतिनिधि मंडल ने क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त-1 विनीत गुप्ता से संजय प्लेस स्थित भविष्य निधि भवन में एक शिष्टाचार भेंट की। ज्ञापन के माध्यम से उद्यमियों की समस्याओं से उन्हें अवगत कराया।

चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि उद्यमियों द्वारा वैधानिक अनुपालन किया जा रहा है। सरकार का औद्योगिक माहौल है। फिर भी ट्रेड यूनियन की फर्जी शिकायत पर उद्यमियों को परेशान किया जाता है। 

श्रम कल्याण  प्रकोष्ठ  के चेयरमैन श्रीकिशन गोयल ने कहा कि फर्जी शिकायत पर संज्ञान तब तक न लिया जाये, जब तक कि कर्मचारी स्वयं विभाग से सम्पर्क न करें। इससे फैक्ट्री का माहौल बिगड़ता है और उत्पादन बुरी तरह प्रभावित होता है। सरकार द्वारा उद्योगों को बढ़ावा दिये जाने के रुख में रुकावट आती है। इससे उद्योग एवं श्रमिक दोनों का हित प्रभावित होता है।  अधिवक्ता अनिल अग्रवाल ने सुझाव दिया,कि छोटी इकाइयों में भविष्य निधि अंशदान दर को पूर्व की तरह 6-7 प्रतिशत कर दिया जाए, क्योंकि वर्तमान में अंशदान दर 12 प्रतिशत अपने मासिक वेतन में कोई कर्मचारी कटवाना नहीं चाहता है। जिससे वैधानिक अनुपालन में नियोक्ता को परेशानी होती है। 

यदि अंशदान की दर घटा दी जाए तो वैधानिक अनुपालन में सुगमता होगी।   भविष्य निधि आयुक्त-1 विनीत गुप्ता  ने  शीघ्र ही चैम्बर के सदस्यों के साथ विस्तृत वार्ता करने हेतु बैठक का आश्वासन दिया और कहा कि उद्यमियों का उत्पीड़न नहीं होगा और यदि कोई परेशानी आये तो उन्हें अवगत कराया जाये। 

निरीक्षण के दौरान अधिकतम 5  वर्ष  तक के अभिलेख देखने का नियम पास हो चुका है। शीघ्र ही यह नियम लागू हो जायेगा। इस नियम के बाद इपीएफ निरीक्षण में 5 वर्ष से अधिक पुराना रिकॉर्ड नहीं मांगा जायेगा।

बैठक बहुत ही सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई।

प्रतिनिधि मंडल में अध्यक्ष राजेश गोयल, उपाध्यक्ष मनोज बंसल,कोषाध्यक्ष योगेश जिन्दल,श्रम कल्याण प्रकोष्ठ के चेयरमैन एवं पूर्वअध्यक्ष श्रीकिशन गोयल,सदस्यों में अधिवक्ता अनिल अग्रवाल, हमजा इकबाल आदि मुख्य रुप से उपस्थित थे।