मथुरा:एक सप्ताह बीत चुका,ड्रोन उड़ाने वालों के खिलाफ नहीं हुई कार्रवाई।



हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

मथुरा। गोवर्धन सप्तकोसीय परिक्रमा मार्ग व कुसुम सरोवर पर रोक के बावजूद पिछली 7 जून को ड्रोन कैमरे उड़ाने वाले लोगों के खिलाफ आठ दिन बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन व पुलिस कार्रवाई तो दूर, लोगों की पहचान भी नहीं कर सका है। 

इससे लोगों के हौसले बुलंद हैं।जबकि जनपद में तेज तर्रार ईमानदार जिलाधिकारी पुलकित खरे व एसएसपी शैलेश पांडे हैं। विदित हो कि गिरी गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में मिनी ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है। सरोवर पर तैनात कर्मचारियों की मिलीभगत से यह सब जारी है। पहले भी ड्रोन कैमरे कई बार उड़ाए जा चुके हैं। 

विश्वत सूत्रों के अनुसार विदेशी लोग भी ड्रोन कैमरे से फोटोग्राफी करते हैं। विदेशी जासूसी होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता। सरोवर की देखरेख करने वाले उच्च अधिकारियों का भी इस ओर कोई ध्यान नहीं जाता है। 

ऐसा ही मामला बुधवार 7 जून को सुबह देखा गया। बुधवार को सुबह ड्रोन कैमरे को उड़ता देख लोग हतप्रभ रह गए। 

ड्रोन चलाने वालों से पूछा गया तो उन्होंने संतुष्टि पूर्वक कोई उत्तर नहीं दिया और झगड़ा व गाली कर अभद्रता करने लगे। वीडियो बनाने वाले का कैमरा छीन लिया। धमकी देते हुए बोले कि हम पूर्व गोवर्धन चेयरमैन मित्तल के परिवार से हैं। ड्रोन उड़ाने वाले लगभग 6 लोग थे।

 मौके पर सरोवर पर तैनात पीआरडी के दो जवान पहुंच गए और उस ड्रोन कैमरे को पकड़कर जप्त करने की बात कही। जप्त किए हुए कैमरे का क्या हुआ यह तो राम जाने। पीआरडी जवान अपनी वर्दी पर नेमप्लेट भी नहीं लगाते हैं। जब उनसे पूछा गया कि आप इस कैमरे को लेकर क्या कार्रवाई करोगे तो बौखला गए। पुलिस प्रशासन भी खामोश बैठा हुआ है। अब देखना होगा पुलिस प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है।

पुरातत्व विभाग की डायरेक्टर रेनू त्रिवेदी ने बताया की रिपोर्ट मंगाई जा रही है। लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। ड्रोन उड़ाना गैर कानूनी अपराध है। सीओ गोवर्धन राम मोहन शर्मा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। मामला संज्ञान में आने पर कार्रवाई की जाएगी।

रिपोर्ट-उत्तम शर्मा।