"हर घर-आँगन योग" थीम के साथ भव्य रूप से संपन्न हुआ नवम अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस।
योग हमारी सभ्यता, संस्कृति की अनमोल धरोहर, यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी ने स. रा. संघ के मंच से विश्व में,भारत की योग विद्या को नई पहचान के साथ उच्च स्तर पर पहुंचाया:नगर विकास व ऊर्जा मंत्री श्री ए के शर्मा।
योग करने से निरोग ही नहीं असीम ऊर्जा मिलती है, सभी नियमित योग को अपनाएं: केन्द्रीय मंत्री श्री बघेल।
आयुष कवच एप पर आमजन अपनी योग की सेल्फी अपलोड करें, मिलेगा प्रमाणपत्र।
हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो
आगरा:21जून, केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री एस पी सिंह बघेल तथा जनपद प्रभारी नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार,श्री ए के शर्मा की गौरवपूर्ण उपस्थित में एकलव्य स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का भव्य आयोजन किया गया।
एकलव्य स्टेडियम पहुंचने पर मा.मंत्री जी का भव्य स्वागत किया गया। तत्पश्चात मंडलायुक्त श्री अमित गुप्ता, एडीजी राजीव कृष्ण, पुलिस कमिश्नर श्री प्रीतिन्दर सिंह,जिलाधिकारी श्री नवनीत सिंह चहल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री मती मंजू भदौरिया,भाजपा महानगर अध्यक्ष श्री भानु महाजन के साथ सरस्वती तथा भारत माता तथा श्री हनुमान जी महाराज के चित्र के समक्ष फूल मालाओं व दीप प्रज्ज्वलित कर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ किया।
योग दिवस के अवसर पर मा. प्रधानमंत्री जी का सजीव संबोधन का प्रसारण किया गया, जिसे उपस्थित लोगों ने देखा व सुना। योग प्रशिक्षकों द्वारा योग की विभिन्न क्रियाएं तथा आसन कराए गए।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में मा.मंत्री शर्मा जी ने कहा कि योग हमारी भारतीय सभ्यता व संस्कृति की अनमोल धरोहर है, बीच में ऐसा समय आया कि योग का ज्ञान,तथा ये प्राचीन विधा धीरे धीरे लुप्त होती जा रही थी, मा.जनपद प्रभारी मंत्री श्री शर्मा ने योग की प्राचीनता तथा इसके महत्व को परिभाषित करते हुए कहा कि योग की महिमा जितनी कही जाए कम है, उन्होंने कहा कि कहा कि हमारा कोई भी शास्त्र, उपनिषद, वेद, धर्मग्रंथ ऐसा नही है जिसमें योग का महात्म्य व चर्चा न हो, उन्होंने उद्धरण देते हुए बताया कि योग को सभी ने अपने अपने ढंग से परिभाषित किया है किसी ने इसे"चित्त वृत्ति निरोध इति योग" कहा अर्थात मन की वृत्तियों के निरोध को योग कहते हैं, भगवद गीता में भगवान कृष्ण ने"योग कर्मशु कौशल"कहा, अपने कर्म को मन से करते हैं वही योग है, व्यष्टि को समष्टि से जोड़ना योग है,
योग को सिर्फ शारीरिक वर्जिस से नहीं जोड़ा जा सकता, यह भारतीय सभ्यता की मानव सभ्यता को विलक्षण देन है। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त राष्ट्र संघ के मंच से योग को मानव सभ्यता के लिए पुनः जाग्रत करने का भागीरथ कार्य किया है, जिस प्रकार गंगा को भागीरथ पृथ्वी पर लाए इसी प्रकार मा. प्रधानमंत्री मोदी जी ने स.रा.संघ के द्वारा योग के लिए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित कराया और संपूर्ण विश्व में योग की संस्कृति को उच्च स्तर पर पहुंचाया हम उनका धन्यवाद करते हैं।
आज जब हम यहां योग कर रहे हैं मा. मोदी जी यूएनओ में योग कर,योग को वैश्विक पहचान दे रहे हैं। मा. मंत्री जी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि यूरोप, खाड़ी देश ही नहीं पूरे विश्व के कोने कोने, घर घर में योग हो रहा है।
इस अवसर पर मा.केन्द्रीय मंत्री श्री एस.पी.सिंह बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि योग को नियमित जिंदगी में शामिल करें और निरोग रहें, उन्होंने कहा कि ये हमारे देश की प्राचीन विधा है बीच में हम इसे भूल गए थे।
तत्पश्चात मंत्री जी ने कार्यक्रम में सहयोग करने वाले सभी को मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लाल किला, एत्माउद्दौला, फतेहपुर सीकरी, पुलिस परेड ग्राउंड, सभी तहसील, ब्लॉक मुख्यालय सहित जनपद की सभी ग्राम पंचायतों,सभी प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, स्कूल/कॉलेजों, नगर निगम, नगर पालिकाओं के साथ ही सभी सरकारी कार्यालयों,संस्थाओं, विभागों में सामूहिक योग कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ए.मनिकंडन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण श्रीवास्तव,अपर जिलाधिकारी नगर श्री अनूप कुमार,क्षेत्रीय आयूर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा0 सर्वेश कुमार, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी श्री सुनील चंद्र जोशी सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी व सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-असलम सलीमी।