नेशनल चैम्बर:सिकन्दरा रजवाह की टेल पर शास्त्रीपुरम में किया जा सकता है बड़ा जल संग्रह।



 जल संग्रह हेतु महज सफाई की है आवश्यकता।

सिकन्दरा रजवाह में एक गेट लगाकर 55 एकड़ की जोधपुर झाल को भरा जा सकता है अतिरिक्त पानी से।

पूरे आगरा को रिचार्ज करने के लिए पर्याप्त होगी यह एक बड़ी वाटर बॉडी ।

जोधपुर झाल को रिजर्वोयर ही बनाया जाये,वेटलैंड नहीं। 

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

 आगरा: नेशनल चैम्बर के रेन वाटर हार्वेस्टिंग एवं वृक्षारोपण प्रकोष्ठ के चेयरमैन गोपाल खंडेलवाल और आगरा स्मार्ट सिटी प्रकोष्ठ चेयरमैन के. सी. जैन के संयुक्त नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने जल समस्या हेतु सिकन्दरा रजवाह का टेल स्थल,शास्त्रीपुरम में मौके पर जाकर निरीक्षण किया।

गोपाल खण्डेलवाल ने कहा कि सिकन्दरा रजवाह का टेल शास्त्रीपुरम में 150 मीटर चौड़ा है। इस स्थान को कूड़ा करकट डालकर डम्प किया हुआ है। जबकि इस स्थान की साफ सफाई करके,एक बड़े जलाशय के रुप में विकसित किया जा सकता है। यहाँ बहुत कुछ करने की आवश्यकता नहीं है बल्कि स्थान को सफाई कर जल संग्रह के लिए उपयुक्त बनाना है। यहाँ तक रजवाह में पानी बराबर आता है।

 ये बड़े ही खेद का विषय है कि इस स्थान पर अतिरिक्त पानी को जेनरेटर द्वारा पम्प करके नाले में डालकर व्यर्थ में बहा दिया जाता है।

 चैम्बर द्वारा मांग की गयी कि इस स्थल की सफाई कर इसे जलाशय बनाया जाए। इस स्थान को शास्त्रीपुरम से ढाई किलोमीटर पूर्व तक बहुत ही सुन्दर पिकनिक स्थल के रुप में विकसित किया जा सकता है। पूरे शास्त्रीपुरम क्षेत्र हेतु  भूगर्भ जल में रिचार्ज करने के लिए एक बड़ा स्रोत बन सकता है।  

चैम्बर प्रतिनिधि मंडल द्वारा जोधपुर झाल का भी अवलोकन किया गया। आगरा स्मार्ट सिटी प्रकोष्ठ के चेयरमैन के. सी. जैन ने बताया कि आगरा नहर जो ओखला से जोधपुर गांव के निकट सौवें मील पर है। यहां पर 55 एकड़ का जोधपुर जलाशय बना हुआ है। यहां से आगरा टर्मिनल एवं सिकन्दरा रजवाह निकलता है। सिकन्दरा रजवाह से कीठम एस्केप निकलती है, जिसकी टेल कीठम झील में है और इस कीठम एस्केप द्वारा कीठम झील अतिरिक्त पानी से भरती रहती है, जिसका ओवर फ्लो यमुना नदी में जाता रहता है। सिकन्दरा रजवाह शास्त्रीपुरम तक आ रहा है।

वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना ने बताया कि 55 एकड़ में बना जोघपुर जलाशय  इन दोनों नहरों के मध्य स्थित है और यह बड़े ही दुख की बात है कि इन सभी नहरों में पानी अच्छी प्रकार से आ रहा है फिर भी जोधपुर झाल सूखी पड़ी है। यहां सिकन्दरा रजवाह में एक गेट लगाकर अतिरिक्त जल से इस जोधपुर झाल को पानी से भरने के लिये रेग्यूलेट किया जा सकता है। एक रेगुलेटर लगाकर अतिरिक्त जल से जोधपुर झाल को नियमित रूप से भरा जा सकता है और यह पूरे आगरा के लिए बहुत बड़ी वाटर रिचार्ज बाडी का कार्य कर सकती है। 

प्रशासन की अनदेखी के कारण, हमारे पास इतनी बड़ी सुविधा होते हुए भी उसका समुचित उपयोग न होने से आगरा को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। 

सुशील बंसल ने कहा कि चैम्बर मांग करता है कि जोधपुर झाल को रेज़र्वोयर बनाया जाए। इसे वेटलैंड नहीं बनाया जाए। रिजर्वोयर बनने से ही भूगर्भ जल स्तर में निरंतर वाटर रिचार्ज होगा। 

प्रतिनिधि मंडल में रेन वाटर हार्वेस्टिंग एवं वृक्षारोपण प्रकोष्ठ चेयरमैन गोपाल खंडेलवाल,आगरा स्मार्ट सिटी प्रकोष्ठ  चेयरमैन के.सी.जैन, वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना, सुशील बंसल एवं अंकुश दुबे आदि प्रमुख थे।