आगरा,युपी ही नहीं,बल्कि विश्व पटल पर बनेगा नम्बर वन:मेयर हेमलता दिवाकर।



 चैम्बर के प्रतिवेदन पर की जाएगी कई बैठकें।

 बिन्दु बार हर बैठक में की जाएगी कार्यों की समीक्षा।

 पूरे आगरा में सिस्टम को बदला जा रहा है।

 व्यापारियों पर लगे मुकदमे शीघ्र होंगे वापस:मेयर।

 मेयर हेमलता दिवाकर के साथ चैम्बर की बैठक।

 व्यावसायिक संपत्तियों पर कर नियमावली में विसंगतियों को किया जाये दूर।

 शाहदरा के टीले की क्षतिग्रस्त रैम्प का कराया जाए ठीक - चैम्बर करायेगा वृक्षारोपण।

 नगर विकास मंत्रालय द्वारा संचालित ई-बसों को देहात से शहर चलाया जाये, मजदूरों के आवागमन के अनुरुप।

 औद्योगिक क्षेत्रों में सड़क, नाले व नालियों का हो सुदृणीकरण 

 नालों की हो नियमित सफाई।

 छोटे होटलों पर यूजर चार्ज हो छोटे घर का तीन गुना और बड़े होटलों पर बडे घर का तीन गुना।

 फतेहाबाद रोड पर वाहन पार्किंग जरुरी।

 न्यू मार्केट जीवनी मंडी में डस्टबिन हो स्थापित।

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा: चैम्बर भवन में मेयर श्रीमती हेमलता दिवाकर  के साथ एक बैठक हुई। नगर निगम से सम्बन्धित विभिन्न समस्याओं के सम्बन्ध में एक 24 सूत्रीय ज्ञापन प्रेषित किया।

चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि व्यावसायिक संपत्तियों पर कर नियमावली में विभिन्न प्रकार की विसंगतियां हैं। जिनके कारण उद्यमियों एवं व्यवसायियों द्वारा सम्पत्ति कर का भुगतान करने में कठिनाई हो रही है और सरकार को भी राजस्व की हानि हो रही है। इन विसंगतियों को दूर करने हेतु चैम्बर द्वारा समय-समय पर प्रयास किये गये हैं। हम आशा करते है कि आपके द्वारा इन विसंगतियों को शीघ्र दूर किया जायेगा।

 हमे उम्मीद है कि जैसा कि मेयर महोदया ने निर्वाचन में एक बड़ी लकीर खींची है। उनके कार्यकाल में आगरा के विकास कार्यों में भी एक बड़ी लकीर खिंचेगी।

प्रतिवेदन में दिये गये सभी बिन्दुओं पर सम्बन्धित सदस्यों रविंद्र अग्रवाल, के सी जैन , अशोक अरोड़ा, राकेश चौहान, मनोज कुमार गुप्ता, अम्बा प्रसाद गर्ग, विनय मित्तल, सतीश अग्रवाल, विष्णु भगवान अग्रवाल, मयंक मित्तल, राजीव गोयल, सुरेष चन्द बंसल ने समस्याओं एवं सुझावों को विस्तार पूर्वक समझाया।

मेयर महोदया ने सभी बिंदुओं को बहुत ही गंभीर पूर्वक सुना और बताया कि उनके द्वारा नियमों आदि की जानकारी प्राप्त की जा रही है। 

चैम्बर द्वारा जो समस्याएं रखी गई हैं। 

उन सभी पर कार्यवाही होगी, किन्तु यह कार्यवाही कई बैठकों में पूरी की जायेगी।

चैम्बर द्वारा यह सुझाव दिया गया कि हर माह बिन्दु बार बैठक की जायें और कार्यों की समीक्षा की जाए। मेयर  ने सहमति व्यक्त की।  

सदस्यों ने यह भी मांग रखी कि जो औद्योगिक क्षेत्र नगर निगम द्वारा सीमा विस्तार के बाद अपने अधिकार क्षेत्र में लिये हैं। उनमें विकास कार्यों जैसे सड़क, सीवर लाइन और गंगाजल पाइप लाइन की महती आवश्यकता है। 

ग्रामीण क्षेत्र में सड़क की चौड़ाई 30 फुट है जबकि एडीए द्वारा अनुमति 40 फुट चौड़ी सड़क पर होती है।

यह बैठक बहुत ही सौहार्द पूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई। प्रतिवेदन के मुख्य विषयों पर जैसे कर नियमावली की विसंगतियां, नगला रामबल पर टीले के सौन्दर्यीकरण, संजय प्लेस में सीवर, पार्किंग तथा पार्किंग के कारण व्यापारियों पर लगे मुकदमों को वापस करने, एक मुस्त समाधान योजना के लिए ध्यान आकर्षित  किया।

बैठक में अध्यक्ष राजेश गोयल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष मनोज बंसल, कोशाध्यक्ष योगेश जिन्दल, पूर्वअध्यक्ष सतीष चन्द गुप्ता, सीताराम अग्रवाल, अमर मित्तल, नरेन्द सिंह, शलभ शर्मा सदस्यों में रविंद्र अग्रवाल, राकेश सिंघल, अषोक अरोड़ा, राकेश चौहान, मनोज कुमार गुप्ता, अम्बा प्रसाद गर्ग, विनय मित्तल, सतीष अग्रवाल, विश्णु भगवान अग्रवाल, मयंक मित्तल, राजीव गोयल, सुरेष चन्द बंसल,के.सी.जैन मुख्य रुप से उपस्थित थे।