नेशनल चैम्बर:किसानों को उचित मुआवजा मिले बिना,ग्रेटर आगरा का सपना पूरा नहीं:डॉ.धर्मपाल।

 


 आगरा का विकास हो,पर किसानों के साथ भी अन्याय न हो।

 थीम पार्क में कोई रुकावट नहीं,शीघ्र ही अलॉटमेंट प्रक्रिया में चैम्बर को भी शामिल कराने का प्रयास।

 स्थानीय उद्यमियों को प्राथमिकता देने का प्रयास।

 1500 गौवंशों की गौशाला हो रही है तैयार।

 क्षेत्र में विकास का खाका तैयार।

 कालिन्दी बिहार में जलाशय बनेगा।

 चोरी की घटनाओं पर विधायक गम्भीर, एसीपी को चैम्बर में बुलाकर अवगत कराया और घटनाओं पर लगाम लगाने की, मांग की।

 111 करोड़ की लागत से बनेगा, यमुना पार पुल।

 चैम्बर ने मांग की,ग्रेटर आगरा में बने मेडिकल सिटी एवं आईटी सिटी।

 2010 में थीम पार्क के लिए भूमि का हुआ था अधिग्रहण।

 केवल 232 हेक्टेयर का मुआवजा ही मिला है किसानों को,शेष भूमि में है विवाद।

 विवाद को दूर करने के किये जा रहे हैं प्रयास।

 शाहदरा खत्ताघर के टीले पर आने जाने के मार्ग को कराया जायेगा ठीक।

 शाहदरा से घाट तक रोड जो पीडब्ल्यूडी के अन्तर्गत है को मॉडल रोड बनाने की कार्यवाही।

 ट्रांस यमुना में 18 नये ओवर टैंक, तीन जलाशय बनाये जायेंगे।

 नये वाटर वर्क्स से पूरी ट्रांस यमुना होगी कवर।

 एक वाटर लाइन एत्मादपुर को भी जायेगी।

 पूरा फाउंड्री नगर होगा आर.सी.सी. रोड में परिवर्तित - 50 करोड़ का एस्टीमेट।

खनन की नीति में लाया जाये बदलाव।

हिन्दुस्तान वार्ता।

आगरा: 6 जुलाई,चैम्बर भवन में सायं 4 बजे विधायक डॉ.धर्मपाल सिंह जी के साथ चैम्बर अध्यक्ष राजेश गोयल की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। 

आगरा के विकास,औद्योगिक विकास एवं सुविधाओं के सम्बन्ध में विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की गई एवं 12 सूत्रीय प्रतिवेदन सौंपा गया।

 बैठक का संचालन कार्यक्रम संयोजक पूर्व अध्यक्ष मनीष अग्रवाल द्वारा किया गया। अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि माननीय विधायक द्वारा आगरा के विकास में भारी भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल में यमुना पार पुल बनाने की परियोजना स्वीकृत कराई है। यह एक बहुत ही सराहनीय कदम है। इस पुल से विभिन्न मार्ग एवं गांव जुडेंगे। विकास को गति मिलेगी।

कार्यक्रम संयोजक पूर्वअध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने कहा कि 1053 एकड़ भूमि में थीम पार्क परियोजना के अन्तर्गत जो आईएमसी का निर्माण किया जा रहा है। उसकी जानकारी प्रदान की जाये। 

ग्रेटर आगरा के अंतर्गत मेडिकल सिटी, आईटी सिटी,प्रस्तावित किए गये थे। औद्योगिक भूखंडों को फ्री होल्ड किए जाने का मुद्दा भी वर्षों से लंबित है। विधायक जी इस विषय पर प्रकाश डालने की कृपा करें।

 विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह जी ने बताया कि शाहदरा खत्ताघर के टीले पर आने जाने के मार्ग को पुनः बनवाने के लिए नगर निगम को कहा जायेगा। 

ग्रेटर आगरा परियोजना में 2010 में 932 हेक्टेयर जमीन एडीए द्वारा अधिग्रहित की गई थी। जिसमें से केवल 232 हेक्टेयर भूमि का मुआवजा किसानों को मिला है। जो पूरी तरह से क्लीयर है एवं यूपीसीडा को हैंड ओवर कर दी गई है।

 शेष भूमि में किसानों को मुआवजा न मिलने के कारण काम रुका पड़ा है। किसानों को उचित मुआवजा मिले बिना ग्रेटर आगरा का कार्य पूरा नहीं हो सकता। हमारा मानना है कि आगरा का विकास हो, पर किसानों के साथ अन्याय न हो।

के सी जैन ने बताया कि भारतीय औद्योगिक व्यापार सम्मेलन में यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी द्वारा बताया गया था कि आईएमसी का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। शीघ्र ही भूखण्डों का आवंटन कर दिया जायेगा। विधायक जी ने बताया कि इस संदर्भ में चैम्बर को शामिल करने का प्रयास  किया जायेगा। उद्यमियों ने मांग की कि स्थानीय उद्यमियों को प्राथमिकता देने का प्रयास किया जाये। छोटे भूखंड आवंटित किए जाएँ। 

विधायक जी ने अपने क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि क्षेत्र में विकास का खाका तैयार हो चुका है। 1500 गोवंशों की गौशाला 100 बीघा में तैयार हो रही है। कालिंदी बिहार में जलाशय बनाया जायेगा।

किरन धवन द्वारा ध्यान आकर्षित किया कि नये औद्योगिक क्षेत्र न होने से ग्रामीण क्षेत्रों में भारी संख्या में उद्योग खोले जा रहे हैं। किन्तु भू उपयोग ग्रामीण क्षेत्र में भू उपयोग परिवर्तन नियम लागू नहीं है इसलिए परेशानी आ रही है। उन्होंने मांग की कि जो उद्योग लग चुके हैं। वहां भू उपयोग परिवर्तन की स्वीकृति होनी चाहिए। जो एडीए नहीं कर रहा है।

डॉ. उदय अग्रवाल ने कहा कि छलेसर पुलिस चौकी जो सड़क के मध्य में है और वहां पर आये दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं तथा बरसात में इस स्थान पर जल भराव भी होता है। अन्यथ शिफ्ट करने की मांग रखी।

मयंक मित्तल द्वारा फाउण्ड्री नगर एवं नुनिहाई औद्योगिक क्षेत्रों में हो रही चोरी की वारदातों के सम्बन्ध में ध्यान आकर्षित किया। 

विधायक महोदय ने एसीपी को चैम्बर में बुलाकर अवगत कराया और घटनाओं पर नियंत्रण किये जाने के निर्देश दिये।

पूर्वअध्यक्ष अमर मित्तल ने भूड़ा मिट्टी एवं रेतिया की अनाप शनाप कीमत बढ़ने की ओर ध्यान आकर्षित कराया। जिससे औद्योगिक उत्पादन प्रभावित हो रहा है।  मांग की कि खनन की नीति में बदलाव लाया जाये।

धन्यवाद ज्ञापन के सी जैन द्वारा किया गया।

बैठक में अध्यक्ष राजेश गोयल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष मनोज बंसल, कोषाध्यक्ष योगेश जिन्दल, कार्यक्रम संयोजक एवं पूर्वअध्यक्ष मनीष अग्रवाल, पूर्वअध्यक्ष सीताराम अग्रवाल,अमर मित्तल,अनिल वर्मा,अतुल कुमार गुप्ता, सदस्यों में के सी जैन, राकेश चौहान, संदीप अरोड़ा, अनूप गोयल (विरगो), अनूप गोयल (केबी), मनोज गुप्ता, नीरज अग्रवाल, रवीन्द्र अग्रवाल, अजय गुप्ता, किरन धवन,अशोक गोयल,संजय गोयल, नरेन्द्र तनेजा, सुशील बंसल, सुनील गर्ग, गोपाल खंडेलवाल, डॉ. उदय अग्रवाल, राकेश सिंघल, महेश वार्ष्णेय, रवि शर्मा, रीतेश गोयल, मयंक मित्तल, चन्द्रमोहन खंडेलवाल,सचिन सारस्वत,विवेक मित्तल आदि मुख्य रुप से उपस्थित थे।