छाया:असलम सलीमी
चांद के दक्षिणी ध्रुव पर यान उतारकर, कुछ देर बाद विक्रम रोवर आया
बाहर।
पीएम मोदी ने किया संबोधित।
हिन्दुस्तान वार्ता।धर्मेन्द्र कु.चौधरी
बेंगलूरू। भारत ने इतिहास रच दिया है। चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर ने चंद्रमा के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंडिग कर ली है। चांद के इस हिस्से में यान उतारने वाला भारत पहला देश बन गया है। जबकि चांद के किसी भी हिस्से में यान उतारने वाला चौथा देश बन गया है। इससे पहले अमेरिका, सोवियत संघ और चीन को ही यह कामयाबी मिली है।
अब सभी को विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर के बाहर आने का इंतजार था। धूल का गुबार शांत होने के बाद यह बाहर आया। विक्रम और प्रज्ञान एक-दूसरे की फोटो खींचें और पृथ्वी पर भेजे।
तब रूस के नाम हो जाता यह रिकॉर्ड।
भारत से पहले रूस चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लूना-25 यान उतारने वाला था। 21 अगस्त को यह लैंडिंग होनी थी, लेकिन आखिरी ऑर्बिट बदलते समय रास्ते से भटक गया और चांद की सतह पर क्रैश हो गया।
चंद्रयान-3 आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को 3 बजकर 35 मिनट पर लॉन्च हुआ था। इसे चांद की सतह पर लैंडिंग करने में 41 दिन का समय लगा। धरती से चांद की कुल दूरी 3 लाख 84 हजार किलोमीटर है।
लैंडिंग के बाद का नजारा।
डस्ट सेटल होने के बाद विक्रम चालू होकर और कम्युनिकेट किया।
फिर रैंप खुला और प्रज्ञान रोवर रैंप से चांद की सतह पर आया।
पहियों ने चांद की मिट्टी पर अशोक स्तंभ और ISRO के लोगो की छाप छोड़ी।
विक्रम लैंडर प्रज्ञान की फोटो खींचे और प्रज्ञान विक्रम की। ये फोटो पृथ्वी पर भेजीं गईं।
लाइव टेलीकास्ट।
चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव टेलीकास्ट 23 अगस्त को शाम 5 बजकर 20 मिनट से चल रहा था।
जय हिन्द.....🇮🇳