श्रीकृष्ण लीला शताब्दी महोत्सव"में 45 झांकियों के संग निकली,श्रीकृष्ण-बलराम जी की भव्य शाेभायात्रा।

  
        

मयूर रथ पर श्रीकृष्ण−बलराम जी की निकली शाेभायात्रा,आराध्य के दर्शन पाने को भक्त दिखे आतुर। 

 नगर भ्रमण में जगह−जगह हुई पुष्पवर्षा,45 से अधिक सवारियां रहीं आकर्षण का केंद्र। 

अपने आराध्य के दर्शन  कर भक्त हुए धन्य,प्रसादी का किया गया शाेभायात्रा में वितरण। 

हिन्दुस्तान वार्ता। ब्यूरो

आगरा। आसुरी शक्तियों का अंत कंस के रूप में करने के बाद,आगरा नगरी में जब ज्येष्ठ भ्रात बलदाऊ जी के साथ नगर भ्रमण को निकले श्री घनश्याम तो आकाश मार्ग से स्वयं देवता भी करने लगे पुष्प वर्षा। साथ−साथ झांकियाें के रूप में त्रिदेव व अन्य देवी देवता भी चल रहे थे। भक्त बस अपने श्याम सुंदर को देख, निहाल हुए जा रहे थे। 

बल्केश्वर गौशाला में श्रीकृष्ण लीला समिति के तत्वावधान में चल रहे श्रीकृष्ण लीला शताब्दी समारोह के दसवें दिन श्रीकृष्ण-बलराम जी की शाेभायात्रा निकाली गयी। शाेभायात्रा का मुख्य आकर्षण मयूर रथ बना था,जिस पर श्रीकृष्ण और बलराम जी के स्वरूप विराजमान थे। मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो.एसपी सिंह बघेल,विधायक पुरुषाेत्तम खंडेलवाल के साथ अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने स्वरूपों की आरती उतारी। मंत्रोच्चारण के साथ पूजन करते हुए शाेभायात्रा को 45 से अधिक झांकियों की सवारी के साथ नगर भ्रमण के लिए रवाना किया गया। 

 गौशाला परिसर से सर्वप्रथम गणेश जी की सवारी की निकाली गई। सवारी में महाकाल,श्रीराम दरबार, चंद्रयान, सुदर्शन चक्र लीला,कुरुक्षेत्र में गीता का उपदेश, दामोदर लीला, महालक्ष्मी, लक्ष्मी नारायण, महावीर हनुमान जी, मयूर नृत्य,रास लीला, श्रीकृष्ण सुदामा मिलन लीला,अमरनाथ जी,बांके बिहारी जी, विट्ठलनाथ जी सहित विभिन्न झांकियां शामिल थीं। बैंड बाजों के साथ शाेभायात्रा ने नगर भ्रमण किया।

                 

                    

                       

                    

                              

                           

                     

                       

                      

 शोभायात्रा बेलनगंज,कचहरी घाट, छत्ता बाजार, दरेसी नं.2, रावतपाड़ा, सुभाष बाजार, जौहरी बाजार,कसेरट बाजार, किनारी बाजार, सेव का बाजार, फुलट्टी, छिलीईंट घटिया, सिटी स्टेशन रोड, धूलियागंज,पथवारी, बेलनगंज तिकोनिया होती हुई गौशाला वापस आई। मार्ग में कई स्थानों पर श्रीकृष्ण बलराम जी के स्वरूपों की आरती उतारी गई और फूल बरसाए गए। जगह−जगह ऊचें मकानों और स्थानीय दुकानों से लोगों ने अपने आराध्य के स्वरूपों के अपलक दर्शन कर स्वयं को धन्य किया। शाेभायात्रा के मार्ग में हर भक्त की जिव्हा पर राधे−राधे के जयघोष लगातर सज्जित हो रहे थे। 

  शाेभायात्रा में अध्यक्ष मनीष अग्रवाल के साथ विजय रोहतगी,अशाेक गोयल,पी.के.मोदी,प्रवक्ता-धर्मेन्द्र कु.चौधरी,संजय गर्ग,बीजी अग्रवाल,मनोज गुप्ता,शेखर गोयल,मीडिया प्रभारी तनु गुप्ता,प्रभात रोहतगी,आशीष रोहतगी, विनीत सिंघल, कैलाश खन्ना,संजय चेली, मनोज बंसल, गिर्राज बंसल, बृजेश अग्रवाल,कृष्ण कन्हैया अग्रवाल,विष्णु अग्रवाल,अमित अग्रवाल(देवी भक्त), जितेन्द्र निगम,तनुराग गोयल आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे। 

अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि सोमवार को द्वारिकापुरी रुक्मणि मंगल विवाह लीला का प्रसंग होगा।

छाया-गोपाल कुशवाह।